गौलापार अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम और काम्पलैक्स का कार्य 2017 में होना था पूर्ण




सोनी चौहान
जिलाधिकारी सविन बंसल ने गौलापार अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स का स्थलीय निरीक्षण पूर्व में किया था। जिसमें कई खामियां नजर आयी थी। खामियों की जांच के लिए उन्होने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर जांच उपरान्त जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। जांच कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी। जिलाधिकारी ने अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस काम्पलैक्स गौलापार के गतिमान कार्यो में प्रथम दृष्टिया अनियमितता पाये जाने पर उच्च स्तरीय तकनीकी जांच के लिए सचिव खेल और मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन को पत्र प्रेषित कर अपनी संस्तुति भेजी।
बताते चलें कि गौलापार अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स लागत 173 करोड स्वीकृत थी। जिसके सापेक्ष 159 करोड की धनराशि शासन ने अवमुक्त की। जिसका निर्माण वर्ष 2014 से प्रारम्भ हुआ था। 2017 मे पूर्ण किया जाना था। जो अभी तक पूर्ण नही हुआ। जिलाधिकारी श्री बंसल ने निरीक्षण दौरान स्टेडियम में इंडोर एवं आउटडोर खेलों हेतु निमार्ण कार्यो डिजाइन स्पेसिफिकेशन, गुणवत्ता, नियंत्रण, स्ट्रक्चर डिजाइन आडिट, फायर आडिट, लैण्ड स्केपिंग, लेबर रिलेटेड सोशल सेफ्टीगार्ड, निर्धारित समय से अधिक प्रथम दृष्टिया खामियां पायी गई। जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता मे 6 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन करते हुये रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे।
मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार की कमेटी में अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स का निरीक्षण एवं जांच की गई जिसमें क्रिकेट स्टेडियम मे कई स्थानों पर क्रेक (दरारें),स्टेडियम की छत टपकना, आउटडोर खेल से जुडे फुटबाल, बालीबाल, बास्केटबाल, लांनटेनिस आदि के लांन को समतल ना किया जाना, बहुउददेशीय हाॅल मे कई स्थानों पर क्रेक (दरारें) पायी जाना, मौके पर कार्य करने वाले अभियन्ता एवं श्रमिकों की तकनीकी दक्षता की स्थिति के बारे मे फर्म प्रभारी/कार्यदायी संस्था को कोई जानकारी ना होना, कार्य करते समय तकनीकी कार्मिकों एवं श्रमिकों द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन ना किया जाना आदि कमियां पायी गई। साथ ही कार्यदायी संस्था के प्रभारी द्वारा अवगत कराया गया। अक्टॅूबर माह तक कार्य पूर्ण किये जाने का लक्ष्य प्रस्तावित है। जांच टीम ने वर्तमान भौतिक कार्य प्रगति को देखते हुये कहा है कि लक्ष्य प्राप्त करना सम्भव नही है।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स गौलापार अत्यन्त महत्वाकांक्षी एवं महत्वपूर्ण परियोजना है जिसके निमार्ण एवं खेल गतिविधियां प्रारम्भ होने से अन्र्राष्ट्रीय मानचित्र में भारत ही नही वरन उत्तराखण्ड एवं जनपद को खेल के क्षेत्र मे अलग पहचान मिलेगी जो कि राज्यहित मे उल्लेखनीय कदम होगा। निर्माणाधीन अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स गौलापार मे कार्य की प्रगति संतोषजनक ना होने के कारण खेल गतिविधियां प्रारम्भ नही हो पा रही है तथा कार्य पूर्ण करने मे सम्बन्धित कार्यदायी संस्था द्वारा निरन्तर बिलम्ब किया जा रहा है। उन्होने कहा कि यह स्थितियां निश्चित रूप से विशेषज्ञ के अभाव के कारण हो रही है। उन्होेने कहा कि खेल महाकुम्भ प्रस्तावित है जिसमें 39वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखण्ड द्वारा किया जाना है। खेल महाकुम्भ के अन्तर्गत कई प्रतियोगितायें अन्तर्राष्ट्रीय स्पोटर्स काम्पलैक्स गौलापार मे प्रस्तावित हैं परन्तु कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण ना किये जाने के कारण इन खेल प्रतियोगिताओं मे व्यवधान होने से देश के विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों/टीमों को सुविधा नही मिल पायेगी जिससे अच्छा संदेश प्रसारित नही होगा जो राज्य के लिए उचित नही होगा। उन्होने इन परिस्थितियो को दृष्टिगत रखते हुये अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस स्टेडियम एवं काम्पलैक्स गौलापार के गतिमान कार्यो मे प्रथम दृष्टिया पायी गई अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच हेतु शासन को लिखा।



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