नवीन चौहान
चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए मोदी सरकार एक बेहतर कानून बनाने जा रही है। जिसके बाद चिकित्सकों से मारपीट करना एक संगीन अपराध हो जायेगा। जिसकी सजा करीब दस साल की होगी। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक मसौदा तैयार किया है। इस मसौदे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिकित्सकों से मारपीट करने के आरोप में दस साल की सजा और दो से दस लाख के जुर्माने का प्रावधान रखा है।
बताते चले कि इलाज में लापरवाही के बहाने चिकित्सकों से मारपीट की घटनाएं प्रकाश में आती है। मारपीट के प्रकरण में अस्पताल में तोड़फोड़ होती है। जिसके चलते चिकित्सकों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तीनों प्रकार से क्षति पहुंचती थी। चिकित्सक संगठनों को मजबूरीवश हड़ताल पर उतरना पड़ता था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद से धरती पर भगवान कहे जाने चिकित्सकों और मरीजों के बीच एक असुरक्षा का भाव जाग्रत होता था। लेकिन मोदी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस गंभीर बीमारी का भी इलाज ढूंढ लिया है। जिसके बाद मरीज के साथ अनहोनी होने की स्थिति में उनके परिजन व समर्थक अपने हाथों को काबू में रखेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षबद्र्धन ने मीडिया को बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस मसौदे को मंजूरी दे दी गई है। हालांकि मोदी सरकार इस विधेयक को लाने से पहले जनता की राय लेंगी। जिसके बाद ही इसे सदन में पेश किया जायेगा। लेकिन सबसे बड़ी यह है कि मोदी सरकार ने चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए एक बेहतर कदम बढ़ाया है।