नवीन चौहान, हरिद्वार। पत्रकारिता एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। पत्रकारों को खबरों के लिये बड़े संघर्ष करने पड़ता है। वही फोटो जर्नलिस्ट को एक अदद फोटो के लिये तमाम कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। किसी कार्यक्रम में एक अदद खबर के लिये पत्रकारों को घंटो प्रतीक्षा करना और उसके बाद बाइट लेने के दौरान मुसीबत उठानी पड़ती है। ऐसा ही कुछ नजारा कनखल के हरिहर आश्रम में हुआ। कई घंटों की प्रतीक्षा करने के बाद पत्रकारों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की फोटो और बाइट लेनी शुरू की। तभी एक व्यक्ति ने हिंदुस्तान अखबार के फोटो जर्नलिस्ट रविंद्र सिंह से अभद्रता कर दी। सीएम को कवरेज कर रहे प्रेस फोटोग्राफर रविंद्र सिंह ने उस वक्त तो स्यमं रखा। लेकिन सीएम के जाने के बाद पत्रकारों ने उस व्यक्ति को आढ़े हाथों ले लिया। रविंद्र सिंह ने बताया कि उक्त व्यक्ति धकियाने में लगा था। जिस पर सभी पत्रकारों ने अपना विरोध दर्ज कराया। पत्रकारों ने नाराजगी व्यक्त की। उसके बाद आश्रम से ही जुड़े अन्य लोगों ने पत्रकारों से श्रमा मांगते हुये विवाद को खत्म कराया। बतादे कि यह कोई पहला मामला नहीं है। जब पत्रकारों को कवरेज करने के दौरान मुसीबत का सामना करना पड़ रहा हो। अक्सर आयोजन स्थल पर कुछ लोग अपने को सर्वेसर्वा साबित करने के चक्कर में मीडिया के लोगों से अभद्रता कर देते है। खबरों के लिये संघर्ष करने वाले पत्रकारों को इन तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। पत्रकार समाज के लिये कार्य करते है। ऐसे में सभी लोगों को पत्रकारिता से जुड़े लोगों का सम्मान करना चाहिये।