हरिद्वार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्राजेक्ट मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ करने के दौरान केबिनेट मंत्री मदन कौशिक को आशाओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। दर्जनों महिलाओं ने केबिनेट मंत्री को घेर लिया खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी। सभी महिलाओं ने एक स्वर में अपना पुराना मानदेय के जल्द भुगतान करने की मांग की। केबिनेट मंत्री किसी तरह महिलाओं से पीछा छुड़ाकर कार्यक्रम स्थल से निकल गये। जिसके बाद सभी महिलाओं ने जिलाधिकारी दीपक रावत को घेर कर अपने निशाने पर लिया। डीएम ने महिलाओं का नंबर अपने मोबाइल में सेव कर उनको जल्द भुगतान दिलाने का भरोसा दिया। जिसके बाद सभी आशायें शांत हो गई।
रविवार को करवा चौथ पर्व के दिन ऋषिकुल के आडिटोरियम में पीएम नरेंद्र मोदी के मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का जनपद में शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिये मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर बतौर मुख्य अतिथि शहरी विकास मंत्री और हरिद्वार विधायक मदन कौशिक को आमंत्रित किया गया। मदन कौशिक ने मिशन इंद्र धनुष की पूरी कार्ययोजना सभी आगंतुकों के सामने रख दी। उन्होंने कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से हम हरिद्वार के सभी बच्चों और महिलाओं को बीमारियों से मुक्त करा सकते है। इसी कार्यक्रम के संपन्न होते ही कार्यक्रम में मौजूद सभी आशायें मंच पर पहुंच गई। आशाओं ने केबिनेट मंत्री मदन कौशिक को घेर लिया। आशाओं ने अपने बकाया मानदेय के भुगतान में देरी होने के लिये केबिनेट मंत्री को खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी। केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस मामले को हल करने के निर्देश देकर वहां से चले गये। केबिनेट मंत्री के निकलते ही सभी आशाओं ने डीएम दीपक रावत को घेर लिया। उनको कार्यक्रम स्थल पर ही बैठा लिया। आशाओं ने अपनी मानदेय की समस्याओं को सामने रखा। डीएम ने पूरे ध्यान से उनकी बातों को सुनने के बाद जल्द भुगतान कराने का भरोसा दिया। इस दौरान बातचीत के साथ-साथ महिलाओं ने डीएम के साथ सेल्फी भी ली। सेल्फी खिंचवाने से महिलाओं का गुस्सा शांत हो गया।