पुलिस कप्तान रिधिम अग्रवाल की यादगार पारी




नवीन चौहान
डीआईजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने हरिद्वार एसएसपी रहने के दौरान अपनी प्रतिभा का खूब लोहा मनवाया। पुलिसकर्मियों को डिजिटल प्रयोग से अपराध पर अंकुश लगाने का नया तरीका सिखाया। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहने की सीख दी। एसएसपी रिधिम अग्रवाल का कार्यकार भले ही कम समय के लिये रहा हो लेकिन इस दौरान जनपद पुलिस का इकबाल बुलंद रहा। बदमाशों में पुलिस का खौफ दिखाई दिया। पुलिस महकमे ने भी आपसी तालमेल से जनपद की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने का कार्य किया। यही कारण है कि पदोन्नति के बाद भी रिधिम अग्रवाल की कार्यक्षमता को देखते हुए एक बार फिर एसटीएफ में ही डीआईजी बनाकर भेजा गया हैं। जनपद पुलिस ने भी एसएसपी रिधिम अग्रवाल को नये साल पर नये प्रमोशन के साथ विदाई दी है।

ips ridhim agarwal

2005 बैंच की आईपीएस अफसर रिधिम अग्रवाल देहरादून में एसएसपी एसटीएफ में बेहतर काम कर रही थी। 15 अक्टूबर 2018 को रिधिम अग्रवाल को बतौर एसएसपी हरिद्वार भेजा गया। हरिद्वार एसएसपी का चार्ज संभालने के बाद से ही निकाय चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की चुनौती मिली। इस कार्य को एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने बखूवी निभाया और जनपद पुलिस को बेहतर दिशा निर्देश दिए। एसएसपी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए जनपद पुलिस ने निष्पक्ष चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराए। इसके बाद एक दिन का कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व, जिसमें अप्रत्याशित भीड़ को नियंत्रित करने का कार्य जनपद पुलिस ने किया। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हरिद्वार आगमन पर पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही। उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था दिखाई नहीं दी। इसके बाद एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने अपना पूरा फोकस अपराध को काबू करने और जनपद की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगा दिया। एसएसपी के निर्देशों पर जनपद पुलिस ने अपराधियों की सूची को मोबाइल में अपलोड़ करने का कार्य तेजी से शुरू किया। एसएसपी का ये एक अभिनव प्रयोग था जो काफी हद तक सफल दिखाई दिया। बदमाशों की पूरी कुंडली जनपद पुलिस के मोबाइल में आ गई थी। पुलिस कप्तान रिधिम अग्रवाल ने जनपद पुलिस के कोतवाल से लेकर थानेदार और कांस्टेबलों को उनकी डयूटी करने का जो तरीका सिखाया वो अपने आप में अनूठा था। जनपद पुलिस बेहतर तालमेल से अपनी डयूटी के प्रति सजग दिखाई देने लगी। एसएसपी रिधिम अग्रवाल का आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मोबाइल से फोटो अपलोड करने का नायाब तरीका खोज निकाला जो सबसे कारगर साबित हुआ। एसएसपी ने रात्रि आवाजाही करने वाले वाहन चालकों के फोटो करने के निर्देश दिए। जिसके चलते जनपद पुलिस को पहली सफलता ऋषिकेश से लूटी गई कार को बरामद करने में मिली। पुलिस ने चंद घंटों में ही कार को बरामद कर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने अपने ढाई महीने के कार्यकाल में जनपद पुलिस को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। इस दौरान कई बार हरिद्वार में सांप्रदायिक तनाव को टालने में एक अच्छे कप्तान के तौर पर सामने आई। हरिद्वार जनपद में बतौर एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने ऑफिसों में कई सालों से डटे कांस्टेबलों का स्थानांतरण किया। इसके बाद मेहनती और कर्मठ उप निरीक्षकों की परख शुरू की। एसएसपी रिधिम अग्रवाल की हरिद्वार जनपद में तैनाती एक यादगार पारी बन गई। एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने हरिद्वार जनपद की तैनाती को एक चैलेंज के रूप में लेते हुए सर्वश्रेष्ठ कप्तान की पारी खेली। हालांकि उनको हरिद्वार की जनता की सेवा करने का सबसे कम अवसर मिला। लेकिन अपनी पोस्टिंग के दौरान रिधिम अग्रवाल ने हरिद्वार पुलिस में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। आईपीएस रिधिम अग्रवाल की हरिद्वार में तैनाती एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अफसर की यादगार पारी के तौर पर जानी जायेगी। इस ईमानदार अफसर ने अपना एक-एक क्षण सिर्फ और सिर्फ हरिद्वार की जनता के लिए दिया।



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