निशंक, अंबरीश और अंतरिक्ष ने चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत
नवीन चौहान
लोकसभा चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच चुका है। सभी राजनैतिक दलों के प्रत्याशी व निर्दलीय प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने में पूरी ताकत लगा रहे है। मतदाताओं की चरण वंदना से लेकर उनकी तमाम मनोकामनाओं को पूरा करने के वायदे कर रहे है। प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रत्याशियों के गले की आवाज तक बैठने लगी है। कई-कई घंटों तक माइक पर प्रचार करने से प्रत्याशियों के गले जवाब देने लगे है। लेकिन प्रत्याशी पूरी हिम्मत लगाकर क्षेत्र में प्रचार कर रहे है।
हरिद्वार लोकसभा सीट की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे है। जनता की समस्याओं को सुन रहे है और उनको दूर करने का भरोसा जता रहे है। केंद्र की मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों को गिनाकर वोट की अपील कर रहे है। कांग्रेस प्रत्याशी अंबरीश कुमार की बात करें तो वह कांग्रेस के घोषणा पत्र को धरातल पर उतारने की बात कर रहे है। अंबरीश कुमार स्थानीय होने की बात कहकर जनता के दुख दर्द दूर करने का भरोसा जता रहे है। अंबरीश कुमार भी ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे है। वही बसपा प्रत्याशी अंतरिक्ष सैनी ने भी चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है। ग्रामीण क्षेत्रों पर उनका पूरा फोकस है। पार्टी कैडर के वोटों में सेंध ना लगे इसका हरसंभव प्रचास कर रहे है। जनता के भरोसे को जीतने की कोशिश में लगे है। निर्दलीय मनीष वर्मा ने भी कलियर और उसके आसपास के इलाकों में कई जनसभाएं की और जनता से अपने लिए वोट देने की अपील की। निर्दलीय प्रत्याशी त्रिवीरेंद्र सिंह रावत ने भी धर्मपुर, डोईवाला और आसपास के इलाकों में जमकर चुनाव प्रचार किया। वही अन्य निर्दलीय भी अपने पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे है। अभी तक के हालातों पर नजर डाले तो मुख्य मुकाबले में भाजपा, कांग्रेस और बसपा के प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। ऐसे में प्रत्याशियों ने शरीर की मानसिक और शारीरिक थकान को पीछे छोड़ पूरा फोकस चुनाव प्रचार पर किया हुआ है। 11 अप्रैल को मतदान होगा। जबकि 48 घंटे पूर्व चुनावी शोरगुल थम जायेगा। प्रत्याशी डोर टू डोर वोट की अपील कर सकेंगे। ऐसे में अंतिम दौर के इस चुनाव प्रचार के कीमती क्षणों में प्रत्याशी फिलहाल पूरा दमखम लगा रहे है।