गगन नामदेव
लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक होने की संभावना है। इस दौरान काफी प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति मिल सकती है। देश के तमाम राज्यों की तरफ से केंद्र को लॉक डाउन—4 को बढ़ाने के लिए 15 मई तक प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। इसी के साथ अर्थव्यवस्था के दृष्टिगत कई सुझाव भी भेजे गए है। लॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 तक चल सकता है। इस दौरान छूट का दायरा बढ़ना संभव है।
ऑटो, टैक्सी, कैब के अलावा डोमेस्टिक फ्लाइट्स को शर्तों के साथ शुरू किया जा सकता है। शॉपिंग मॉल्स में भी कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है।रेस्ट्रॉन्ट और ढाबों को भी खोलने की अनुमति दिए जाने की संभावना है।
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर देशभर में लागू लॉकडाउन 3.0 का वक्त रविवार को खत्म हो रहा है। लेकिन देश में कोरोना संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। इस संक्रमण से देशवासियों को सुरक्षित बचाने की चिंता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर साफ दिखाई पड़ती है। लेकिन देश की गिरती अर्थव्यवस्था और परिवारों के सामने आर्थिक संकट से भी प्रधानमंत्री पूरी तरह परिचित है ।जिसका संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दिया था। लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की छूट दिए जाने की संभावना है। इस बारे में अब किसी भी वक्त ऐलान जा सकता है।सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। उसे भी बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। अब तीसरी बार लॉकडाउन फिर बढ़ने वाला है। हालांकि कंटेनमेंट जोन्स में और ज्यादा सख्ती हो सकती है। किस जोन में किन गतिविधियों की इजाजत रहे, इसे तय करने का अधिकार राज्यों को मिल सकता है।- अब तक केंद्र सरकार ही रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तय करती रही है। इसमें बदलाव भी केंद्र ही कर सकता है। हालांकि, राज्य मांग कर रहे हैं कि उन्हें जोन तय करने और किस जोन में किन तरह की गतिविधियों को इजाजत रहे, यह तय करने का अधिकार उन्हें मिले। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन जरूरी होगा। फिलहाल देश संकट की घड़ी में है। देशवासियों को सुरक्षित बचाकर रखना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इस जिम्मेदारी को बखूवी समझ रही है।