लॉक डाउन में जीवन हुआ दूभर, आत्महत्या के बारे में सोच रहे बुजुर्ग




नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन की व्यवस्था के बाद आम आदमी का जीवन दूभर हो गया है। दो वक्त की रोटी के लाले पड़े हुए है। कई बुजुर्ग तो आत्महत्या करने का मन बनाकर घर से निकलते है। लेकिन परिवार और उनकी जिम्मेदारियों को सोचकर इरादा बदल देते है। वास्तव में इंसान अवसाद के दौर से गुजर रहा है। ऐसे ही एक बुजुर्ग ने अपनी दर्द भरी पारिवारिक​ स्थिति बताई तो लॉक डाउन के बाद एक सामान्य आदमी की मनोस्थिति का पता चला।
कोरोना संक्रमण का खौफ पूरे विश्व में बना हुआ है। लेकिन भारत में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन की व्यवस्था बनाई गई है। लॉक डाउन चतुर्थ दौर में शुरू हो गया है। जिसमें सभी के आय के साधन पूरी तरह से बंद हो चुके है। करीब दो माह से लॉक डाउन ने आम आदमी की हालत खराब कर दी है। एक सामान्य नागरिकों के परिवार बेहद ही मुसीबतों के दौर से गुजर रहे है। ऐसी ही हकीकत एक रानीपुर ​मोड़ निवासी बुजुर्ग की है। बुजुर्ग की 25 साल की एमबीए पास बेटी चंडीगढ़ में नौकरी कर रही थी। लॉक डाउन के चलते बेटी को नौकरी से निकाल दिया गया। किराया देने के लिए बेटी के पास पैंसे नही है। वही बुजुर्ग का घर दुकान के किराये से चलता है। किरायेदार की दुकान बंद होने से दो माह से किराया नही आया। बुजुर्ग के पास घर का राशन और दवाई खरीदने के लिए पैंसे नही है। 20 साल का बेटा जो पार्ट टाइम जॉब करता था, उसको भी निकाल दिया गया। बुजुर्ग के पास अब कोई रास्ता नही बचा। मानसिक तनाव में बुजुर्ग दो बार गंगा किनारे आत्महत्या करने के इरादे से गया और कुंवारी बेटी की चिंता करके वापिस लौट आया। बुजुर्ग को समझाया गया और घर भेजने के लिए राजी किया। लेकिन मानसिक तनाव कम नही हुआ। ये तो एक बुजुर्ग की हकीकत थी। ऐसे ना जाने कितने परिवार है तो इस लॉक डाउन के बाद अपनी पारिवारिक स्थिति के बारे में सोचकर मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहे है। उनके मन में गलत विचार जन्म ले रहे है। आत्म सम्मान से जीवन का निर्वहन करने वाले लोग सरकारी राशन किट लेने को तैयार नही है। राशन मिल भी जायेगा तो दवाई और सब्जी के लिए पैंसे कहां से आयेंगे। सामान्य परिवारों की चिंता बहुत है। किसी के पास गैस भराने के लिए पैंसे नही है तो किसी के पास दवा खरीदने के लिए नही है। फिर भी एक दृढ़ इच्छाशक्ति इंसान को विपरीत परिस्थितियों में भी जीतने का हौसला देती है। ऐसे ही बुलंद हौसले की जरूरत है। लॉक डाउन आपकी जिंदगी को सुरक्षित रखने के लिए है। मजबूत इरादे आपके जीवन को बेहतर बनायेंगे। हमारी सभी से गुजारिश है कि हमने हौसले को मजबूत रखे, कोई समस्या है तो प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों के संज्ञान में लाये। न्यूज127 डॉटकॉम आपके परिवार की मदद करने के लिए तत्पर है। आप अपनी समस्या को हमारे मोबाइल नंबर 9411111733 पर बता सकते है। हम आपकी मदद करेंगे। आपके आत्मसम्मान को बरकरार रखेंगे और आपकी जरूरतों को पूरा करेंगे।



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