नवीन चौहान
किसी भी थानेदार की सबसे पहली जिम्मेदारी अपने क्षेत्र में शांति व्यवस्था को बहाल रखना होता है। तनावपूर्ण स्थिति में सूझबूझ का परिचय देते हुए दोनों पक्षों के बीच कानून का अनुपालन कराने का दायित्व होता है। ऐसे ही एक प्रकरण में उपजे तनाव को शांत कराने में इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी ने अपनी काबलियत दिखाई। नगर कोतवाली का चार्ज संभालने के पहले ही दिन इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर जाम खुलवाया और दोनों पक्षों के बीच के विवाद को शांत कराया। इस विवाद की स्थिति में कोतवाल ने धैर्य का परिचय देते हुए आक्रोषत चालकों और परिचालकों के रोष को भी शांत कराया।
शनिवार की सुबह नगर कोतवाली के प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने अपना चार्ज संभाला। चार्ज संभालते ही रोडवेज बस स्टैंड पर जाम की स्थिति लगने की सूचना मिली। सूचना मिलने के चंद मिनटों में कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंच गए।
मामला एक पुलिसकर्मी के चालक से मारपीट को लेकर था सो बस चालक और भड़क गए। पुलिस को देखते ही चालकों का धैर्य जबाव दे गया। कोतवाल ने जाम खोलने को कहा तो चालक और भड़कने लगे। लेकिन कोतवाल ने अपनी सहनशीलता का परिचय देते हुए दोनों पक्षों की बात सुनने से पहले जाम को खुलवाने की बात की। कोतवाली प्रभारी के धैर्य से की गई बात पर बस चालक एकदम शांत हो गए। चालकों ने जाम खोल दिया और बातचीत का दौर शुरू हुआ। इस दौरान भी कोतवाल ने पूरा संयम बनाये रखा और कांस्टेबल की गलती बताई। कांस्टेबल की गलती की बात सुनने के बाद रोडवेज बस चालकों ने कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कहकर आरोपी कांस्टेबल को गले लगा लिया।