‘‘कोसी पुर्नजनन अभियान‘‘ को जन अभियान के रूप में आगे बढ़ाया जायेगा




सोनी चौहान
मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में ‘‘कोसी पुर्नजनन अभियान‘‘ को एक जन अभियान के रूप में आगे बढ़ाया जायेगा। आयुक्त कुमाऊ मण्डल राजीव रौतेला ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बताया। उन्होंने कहा कि इस अभियान में लोगो की सहभागिता सुनिश्चत किये जाने व इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने केे उददेश्य से माह में एक बार कोसी दिवस के रूप में मनाया जाये। जिससे लोगो के मन में यह अभियान जीवंत रहे। इस दिवस के माध्यम से कुछ न कुछ गतिविधिया कोसी कैचमैण्ट क्षेत्र में करायी जाये। लोग अभियान से जुड़े रहें। आयुक्त ने कहा कि इस अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम, गोष्ठियाॅ, विद्यालयों में पेटिंग, क्वीज प्रतियोगितायें, अन्य खेल गतिविधियाॅ अनवरत् रूप से चलती रहें। उन्होंने कहा कि यह अभियान एक या दो वर्षों का नहीं है यह एक दीर्घकालीक अभियान है।
आयुक्त ने कहा कि ग्राम पंचायतों का गठन वर्तमान में हो चुका है इसके लिए नये जनप्रतिनिधियों जिनमें जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधानों की अधिकाधिक सहभागिता हो इसके लिए उनकी कार्यशालाऐं जिला स्तर से आयोजित की जाय और पूरे अभियान के बारे में उन्हें भिज्ञ कराया जाये। इस अभियान में एनजी ओ, वन पंचायतों, ग्राम पंचायतों, स्वयं सहायता समूहों, महिला मंगल दलो आदि की सहभागिता को लगातार जारी रखा जाये। इन लोगो के बिना इस अभियान में सफलता प्राप्त करना असम्भव है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा इस अभियान को सराहा गया है। उनके द्वारा जो भी धनराशि कोसी पुर्नजीवतिकरण के लिए जारी की जाती है उसका सदुपयोग व उपयोगिता प्रमाण पत्र यथाशीघ्र प्रेषित किया जाये। अगली किश्त समय से जारी हो सके। इस दौरान आयुक्त ने द्वितीय चरण में हुए कार्यों की प्रगति व आने वाले समय की कार्य योजना की समीक्षा की।


जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि कोसी पुर्नजीवतिकरण के द्वितीय चरण में 14 रिचार्ज जोनो के विभिन्न क्षेत्रों में चाल-खाल, टैच, इनफिल्टरेशन होल, चैकडैम, खन्तियों आदि का कार्य किया गया है। जो कि वर्तमान में भी जारी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस अभियान के माध्यम से 171 मिलीयन क्यूबिक ली0 पानी की बचत की गयी है। उन्होने बताया कि पौधो का सर्ववाईवल रेट काफी अच्छा है। प्रथम एवं द्वितीय चरण के मृत पौधो की जगह पुनः वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि कोसी अभियान से सम्बन्धित सभी जानकारियों के लिए विकास भवन में कोसी सचिवालय की स्थापना भी की गयी है जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में जलागम परियोजना के परियोजना प्रबन्धक को जिम्मेदारी सौंपी गयी हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कोसी समिट का द्वितीय सेमिनार प्रस्तावित किया गया है। जो फरवरी या मार्च में कराया जायेगा जिसमें देश-विदेश जल सवर्द्धन के विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे।
वीडियों क्रान्फेसिंग में उपस्थित एन आर डी एमएस के प्रो जेएस रावत ने कहा कि वनाग्नि को रोकना अतिआवश्यक है। उन्होने अपने सुझाव देते हुए कहा कि रिचार्ज जोन के क्षेत्रों में मैकेनिकल ट्रीटमेंट किया जाना आवश्यक है। अभियान की सफलता हेतु सत्त कार्यो के साथ ही जनजागरूता व सहभागिता भी अतिआवश्यक है। उन्होंने इस अभियान के सम्बन्ध में एक समिति गठित करने का भी सुझाव रखा।
मुख्य विकास मनुज गोयल ने अभी तक हुई प्रगति के बारे में आयुक्त को अवगत कराते हुए कहा कि माह जुलाई में जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत एक महीने का कार्यक्रम समस्त रिचार्ज जोनो के क्षेत्रों में किये गये, जिसमें स्थानीय लोगो, स्कूली बच्चों, सहकारिता सचिवों व अन्य लोगो द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसका व्यापक सन्देश सम्बन्धित क्षेत्रों में गया।
वीसी में मुख्य वन संरक्षक डा विवेक पाण्डे, प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव, सोयम केएस बिष्ट आदि मौजूद थे।



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