मैं भारत का संविधान हूं संसद में सौ बार मरा हूं, कवियों के दिल की बात, पढें पूरी खबर




हरिद्वार। मां गंगा के तट पर जयराम आश्रम के मंदिर परिसर में देश के जाने माने कवियों ने काव्य पाठ किया। युवाओं में जोश भरने वाली कविताओं को सुनकर श्रोताओं का दिल देशभक्ति से सराबोर हो उठा। कवियों ने भी दिल खोलकर भक्तिरस, वीर रस ,श्रंगार रस और हास्य रस की कवितायें सुनाई। सुप्रसिद्व हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने पति पत्नी को लेकर सुनाई कविताओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।
उत्तरी हरिद्वार के जयराम आश्रम में देश के माने जाने वाले कवियों का महाकुंभ लगा। जयराम आश्रम पीठाधीश्वर ब्रहमस्वरूप ब्रहमचारी ने इस कवि सम्मेलन का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिये देश के कई राज्यों से काफी तादात में कवि आश्रम में पहंचे।

hd2

मंगलवार की शाम को आयोजित कवि सम्मेलन में प्रमुख रुप से दिल्ली से सुरेंद्र शर्मा और महेंद्र अजनबी जबकि यूपी के मेरठ से हरि ओम पंवार, मुंबई से प्रज्ञा विकास, जयपुर से वनज कुमार , हरियाणा के फरीदाबाद से दिनेश रघुवंशी व यूपी अलीगढ़ से विष्णु शर्मा पधारे। इस सभी कवियों ने मुक्तकंठ से काव्य का पाठ किया। वीर रस के कवि हरि ओम पंवार ने भारत के संविधान की दारुण व्यथा को प्रदर्शित करती हुई कविता से युवाओं में जोश भरा। उन्होंने कविता पाठ करते हुये सुनाया कि मैं भारत का संविधान हूं लाल किले से बोल रहा हूं। मेरा अंतर्मन रो रहा है मन की गांठे खोल रहा हूं। मै बाहर से हरा भरा हूं, संसद में सो बार मरा हूं। सुनाकर देश की वर्तमान स्थिति का चेहरा उजागर करने का प्रयास किया।

hd5

हास्य कवि महेंद्र अजनबी ने हास्य रस की डरावनी कविता अंधियारी रात में भौंकते कुत्ते सुनसान हवेली वहां बैठी थी भूतों की टोली थी। सुनाकर लोगों को गुदगुदाया। हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने भी पति पत्नी को छेड़ने वाली कविता से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।

hd3

कार्यक्रम में सभी कवियों ने काव्य पाठ किया। जयराम आश्रम पीठाधीश्वर ब्रहमस्वरूप ब्रहमचारी ने हरिद्वार में पधारे सभी कवियों का आभार व्यक्त किया तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
hd4

कार्यक्रम में पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रहमचारी, स्वामी देवानंद, स्वामी हरिचेतनानंद, ऋृषिश्वरानंद, प्रदीप चौधरी, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष पीएस चौहान, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री संतोष चौहान, कांग्रेसी नेता पुरुषोत्तम शर्मा, सपना श्री, नईम अख्तर कुरैशी, धर्मपाल ठेकेदार, मुरली मनोहर सहित आश्रम व हरिद्वार से आये हुये गणमान्य लोगों ने कविताओं का आनंद लिया।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *