परीक्षा कक्ष में पहुंचा उड़न दस्ता तो मैडम लापता




आनंद गोस्वामी
हरिद्वार के लक्सर में संचालित एक निजी कॉलेज में परीक्षा के दौरान एक छात्र की टेबिल के नीचे आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। उड़न दस्ते देखते ही परीक्षा कक्ष में मौजूद शिक्षिका कक्ष छोड़कर नौ-दो ग्यारह हो गई। उड़न दस्ते की टीम को सामने देख कॉलेज संचालक भी गायब हो गए। हालांकि उड़न दस्ते की टीम में मौजूद डॉ हेमंत बिष्ट ने इस प्रकरण को गंभीर माना है। कॉलेज संचालकों को हिदायत दी गई है।
बुधवार को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में परीक्षा संचालित की जा रही थी। पहली पाली में बीलिब और बीबीए की परीक्षा सुबह नौ बजे शुरू हुई। इसी दौरान लक्सर स्थित एक कॉलेज में उड़न दस्ते की टीम पहुंच गई। टीम को देखते ही कॉलेज में हड़कंप मच गया। उड़न दस्ता एक कक्ष में पहुंचा तो एक परीक्षार्थी की टेबिल के नीचे एक कॉपी अतिरिक्त पाई गई। इससे पहले कि कक्ष निरीक्षक से पूछताछ की जाती मैडम वहां से खिसक गई। उड़न दस्ते की टीम ने परीक्षा कक्ष का निरीक्षण करने के बाद दूसरे कक्ष में मौजूद परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार से पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक उड़न दस्ता प्रभारी डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि हरिद्वार और रूड़की के कई कॉलेजों में निरीक्षण किया गया। लेकिन कोई नकल सामग्री बरामद नही हुई। लक्सर के एक कॉलेज में जरूर गड़बड़ी की आशंका जाहिर हुई। एक विद्यार्थी की सीट के नीचे एक अन्य कॉपी मिली। हांलाकि कॉपी पर कुछ लिखा नही था। कक्ष निरीक्षक से जब पूछताछ की गई तो बताया कि गलती से दूसरी कॉपी गिर गई होगी। ऐसे में सवाल उठता है कि एक कॉपी विद्यार्थी के पास हो और एक कॉपी नीचे पड़ी हो, क्या इतनी बड़ी चूक एक अध्यापक कर सकता है। कुल मिलाकर कहा जाए जो इस पूरे मामले में झोल नजर आ रहा है। आखिरकार इस विश्वविद्यालय की सभी कार्रवाई सवालों के घेरे में कैसे आ जाती है। परीक्षा रद्द करने का मामला ठंडा भी नही हुआ कि अब चेकिंग पर भी सवाल खड़ा हो गया। सबसे बड़ा है कि उड़न दस्ते ने कक्ष चेकिंग के दौरान की वीडियो रिकार्डिंग को कब्जे में लिया या नही। उड़न दस्ते की टीम में महज दो ही लोग डॉ हेमंत बिष्ट और डॉ वीके शर्मा ने तमाम कॉलेजों का निरीक्षण कैसे कर लिया। वही डॉ हेमंत बिष्ट ने इस बात का भी खुलासा किया परीक्षा केंद्रों में नकल की सूचना मिली थी। लेकिन जब चेकिंग की गई तो नकल नही मिली। उन्होंने बताया कि सभीक कॉलेज वाले एक दूसरे के संपर्क में है। ऐसे में दो लोगों की टीम सभी कॉलेजों में चेकिंग करके महज खानापूर्ति कर कागजों का पेट और सरकारी धन का दुरप्रयोग कर रही है। कुलसचिव डॉ दीपक भट्ट ने बताया कि गंभीर मामला है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जायेगी।



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