हरिद्वार में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां




गगन नामदेव
हरिद्वार जनपद में कोराना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। हरिद्वार के ग्रीन जोन में आने के बाद बाजार खुलने के बाद से नागरिकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा कर दी। दो पहिया वाहनों पर तीन—तीन लोग सवार होकर घूम रहे है। प्रशासनिक छूट को खुली आजादी समझकर बाजार का लुत्फ उठा रहे है। आने वाले कोरोना संक्रमण के संकट से बेखबर लापरवाह बने लोग मौत को खुली दावत दे रहे है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर जनता को सुरक्षित बचाकर रखने की पूरी कवायद की जा रही है। लेकिन इसके बाबजूद लोग अपने जीवन को खुद ही खतरे में डाल रहे है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर के कुशल प्रशासनिक नेतृत्व के चलते हरिद्वार जनपद कठिन परिस्थितियों के बाबजूद 31 दिनों तक कोरोना संक्रमण से मुक्त रहा। हरिद्वार में कोई संक्रमित मरीज नही मिला। जिसके चलते हरिद्वार को ग्रीन जोन में शामिल होने का मौका मिला। बाजार को खोलने की छूट मिली। जनता को आजादी मिली। प्रशासनिक स्तर पर मिलने वाली इस छूट को लोगों ने अपनी स्वतंत्रता समझ लिया। नागरिक कोरोना संक्रमण की भयावह मुसीबत को भूल गए। हरिद्वार के ग्रीन जोन की श्रेणी में आने के 24 घंटे भी नही बीते कि संक्रमित मरीज की पु​ष्टि हो गई। इस मरीज के मिलने के बाद हरिद्वार में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता दिखाई दिया। अगर वास्तविक हकीकत पर गौर करें तो हरिद्वार में कोरोना संक्रमण का खतरा पूरी तरह से बरकरार है। ऐसे में जनता की जागरूकता ही सबसे बेहतर विकल्प है। लेकिन जनता संक्रमण के खतरे से भली भांति परिचित होने के बाबजूद अंजान बने हुए है और मौत से मुकाबला करने को तैयार दिखाई दे रही है। हरिद्वार के वर्तमान हालातों की बात करें तो बाजार में लोग अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घूम रहे है। जो कि बेहद ही खतरनाक संकेत है। ऐसे में जनता को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद ही उठानी होगी। जनता को सजग रहने की जरूरत है। तभी कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। अन्यथा संक्रमण से मुकाबला करने को तैयार रहिए।



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