चमोली डीएम का आदेश, फोन बंद नही करेंगे अधिकारी




नवीन चौहान
उत्तराखंड की एक महिला जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया से सभी विभागों के अधिकारी खौफ खाते है। स्वाति भदौरिया सभी विभागीय कार्य पूरी जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कर रही है। बदरीनाथ धाम पर यात्रा की चाक चौबंद व्यवस्थाओं से लेकर आपदा प्रबंधन के कार्यो को बखूवी निभा रही है। डीएम की इसी सजगता के चलते पहाड़ के चमोली जनपद में आराम फरमाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सुस्ती भी दूर हो गई है। विभागीय अधिकारियों में ईमानदार जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की कार्यवाही का खौफ समाया हुआ है।
बताते चले कि आईएएस स्वाति एस भदौरिया ने हरिद्वार जनपद में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रहने के दौरान जिम्मेदारीपूर्ण कार्य किए। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य कराने को लेकर वह संजीदा दिखलाई दी। उनकी इसी कर्तव्यनिष्ठा के ईनाम के तौर पर पहली तैनाती चमोली जिलाधिकारी के रूप में मिली। चमोली जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठते ही उनका नाम तब सुर्खियों में आया जब उन्होंने अपने बेटे का एडमिशन आंगनबाड़ी केंद्र में कराया। चमोली जनपद के तमाम आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्थाओं को दुरस्त कराया गया। इसी के साथ सरकारी तंत्र की व्यवस्थाओं पर जनता के विश्वास को कायम किया। जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की इस पहल की सराहना की गई। लेकिन इसके अतिरिक्त डीएम चमोली ने जनपद में स्वच्छता मिशन से लेकर तमाम सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए अथक प्रयास किए। डीएम चमोली स्वाति भदौरिया अपने कार्य को लेकर संजीदा दिखाई दी तो अधिकारियों में भी जिम्मेदारी का एहसास नजर आया। अधिकारियों में एक खौफ का माहौल तैयार हुआ। औचक छापेमारी और जनता के कार्यो को प्रा​थमिकता से कराने को लेकर उनके कार्यो की चर्चाएं होने लगी। ऐसे ही मानसून सत्र में आपदा प्रबंधन की तैयारी में जुटे रहने के लिए विभागीय अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। इसी के दौरान मानसून सत्र के दौरान सभी को फोन बंद नही करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा बदरीनाथ मार्ग पर यात्रा के दौरान पॉलीथीन को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। चमोली की जनता जिलाधिकारी के कार्यो से बेहद खुश है। जबकि यात्रा करके आए यात्री भी प्रशासनिक व्यवस्थाओं से पूरी तरह से संतुष्ट नजर आ रहे है।

आपदा प्रबंधन की तैयारियों में जुटी डीएम
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए आपदा प्रबंधन की सभी तैयारियों की समीक्षा की। इसी के साथ आपदा के दौरान जिला एवं तहसील स्तरों पर गठित आईआरएस के तहत राहत एवं बचाव कार्यो को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करना सुनिश्चित किया। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को मानसून से पूर्व अपनी कार्य योजना तैयार करने, सभी तहसीलों में 15 जून से 24×7 की तर्ज पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना करने तथा तहसील, ब्लाक एवं ग्राम पंचायतों में उपलब्ध संशाधनों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि मानसून सत्र में आपदा के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र में स्वयं व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा। जिलाधिकारी ने आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का भंली भांति निर्वहन करने, अपने अधीनस्थों को भी आपदा के दौरान सौंपे गए दायित्वों के निर्वहन हेतु ब्रीफ करने के निर्देश दिए।
नो​डल अधिकारी की तैनाती
डीएम स्वाति भदौरिया ने मानसून सत्र के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए उनकी नाम, नम्बर सहित सूची जिला आपदा कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सभी ब्लाक, तहसील एवं ग्राम पंचायतों में आपदा प्रबन्धन दलों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर सक्रिय करने को कहा। पुलिस प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम रखने एवं थराली में भी एसडीआरएफ टीम की तैनात रखने को कहा।
फोन बंद नही करेंगे अधिकारी
जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने निर्देश दिए कि मानसून सत्र के दौरान कोई भी अधिकारी अपना फोन बंद नही रखेंगे। किसी भी क्षेत्र में कोई भी अप्रिय घटना होने पर तत्काल इसकी सूचना कन्ट्रोल रूम व संबधित विभाग को उपलब्ध कराएंगे।
यात्रा मार्ग नही होगा अवरूद्ध
जिलाधिकारी ने सभी सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को सड़कों पर चिन्हित स्लाइड जोन के आसपास जेसीबी मशीन एवं पर्याप्त संख्या में मैनपावर की तैनाती हेतु प्लान तैयार करने तथा जेसीबी आॅपरेटर, जेई, एई के फोन नम्बर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि मार्ग अवरूद्व होने पर तत्काल संबधित से संपर्क किया जा सके। लोनिवि को सभी हैलीपैड की साफ-सफाई करते हुए सुव्यवस्थित रखने को कहा। वन, लोनिवि व जिला पंचायत को सभी संवेदनशील स्थलों के आसपास के वैकल्पिक पैदल मार्ग को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। सड़क किनारे जो भी पेड खतरा बने हुए है उन पेडों को डीएफओ से अनुमति लेकर तत्काल हटाने के निर्देश सभी सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को दिए।
रिलीफ सेंटर की एक चाबी ग्राम प्रधान को
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यो के लिए स्कूलों को रिलीफ सेन्टर बनाया हैं। उन स्कूलों के स्टाॅफ को अलर्ट करते हुए रिलीफ सेन्टर की एक चाबी संबधित क्षेत्र के ग्राम प्रधानों को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। ताकि प्रभावितों को कम से कम समय में रिलीफ सेन्टर की सुविधा दी जा सके।
तीन माह का खाद्य भंडार
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मानसून अवधि के लिए आगामी तीन माह का खाद्यान्न एवं ईधन का पर्याप्त भण्डारण रखने के निर्देश दिए है। सीएमओं को सभी प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की तैनाती के साथ आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं रखने तथा पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का स्टाॅक रखने के निर्देश दिए।
पशु चिकित्साधिकारी का वेतन रोका
डीएम स्वाति एस भदौरिया ने महत्वपूर्ण बैठक में गैरहाजिर रहने वाले मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनका एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए है।



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