नवीन चौहान
हरिद्वार की एसडीएम कुश्म चौहान की ईमानदारी खनन माफियाओं को भारी पड़ रही है। एसडीएम माफियाओं पर लगातार शिकंजा कस रही है। अवैध खनन की सूचना पर तत्काल टीम रवाना कर माफियाओं के हौसलों को ध्वस्त कर रही है। माफियाओं पर भारी भरकम जुर्माना कर सरकार के राजस्व में भी इजाफा कर रही है। रविवार को भी एसडीएम ने एक जेसीबी और एक डंपर वाहन को सीज करा दिया।
रविवार को उपजिलाधिकारी हरिद्वार कुश्म चौहान को दूरभाष पर सूचना मिली थी कि कुछ लोगों के द्वारा ग्राम झबरपुर में मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। शिकायत प्राप्त होने पर उपजिलाधिकारी कुश्म चौहान ने तत्काल नायब तहसीलदार सुशील सैनी को मौक़े पर भेजा गया।नायब तहसीलदार सुशील सैनी ने मय राजस्व टीम के साथ मौक़े पर पहुंचकर छापा मारा। छापेमारी के दौरान एक जेसीबी जमीन का सीना चीरते हुए पाई गई। राजस्व टीम ने जेसीबी को कब्जे में लिया और मिट्टी का अवैध खनन करने वाले एक वाहन डंपर को भी कब्जे में लिया। दोनों वाहनों को सीज कर दिया। तथा अवैध रूप से खनन की गयी मिट्टी की माप कर रिपोर्ट बनाई जा रही है।
जिस पर भारी जुर्माने की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। एसडीएम कुश्म चौहान की ईमानदारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह छापेमारी की काईवाई बेहद गोपनीय तरीके से करती है। तथा अपने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी पैनी नजर बनाकर रखती है। उनके अधीनस्थ कार्य करने वाला कोई कर्मचारियों की हरकतों और माफियाओं से संबंधों की भी जानकारी वह रखती है। कुश्म चौहान किसी से कोई उपहार लेने में भी यकीन नही रखती है। यही कारण है कि माफियाओं की दाल एसडीएम के यहां नही गलती है। बीते दिनों में उन्होंने खनन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई कर अपने इरादे जाहिर किए है। अगर सही मायने में कहा जाए तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टालरेंस की मुहिम को एसडीएम कुश्म चौहान पूरी तरह पूरा करने में जुटी है।