नवीन चौहान
हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय ग्लूकोमा सप्ताह के अवलोकन के हिस्से के रूप में, राष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण समाज ने सर्वमंगला आयुर्वेद भवन इंदिरा बस्ती में पायलट बाबा अस्पताल और ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के डॉक्टरों की टीम के साथ एक निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन बुधवार को किया। शिविर में 250 से अधिक रोगियों के स्वास्थ्य परीक्षण कराया।
शिविर उन गरीब लोगों को सहायता देने के लिए था, जो वित्तीय बाधाओं के कारण अपने नियमित शरीर की जांच नहीं करवा सकते। शिविर में डॉ. भारत सेठी और डॉ. सलोनी गर्ग के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम द्वारा पास की कॉलोनियों के लोगों का रक्तचाप, रक्त शर्करा, ईसीजी और अन्य परीक्षण किए गए।
मानवाधिकार संरक्षण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मधुसूदन आर्य ने कहा कि भविष्य में इस तरह के और शिविर जिले की अन्य आवासीय कॉलोनियों में आयोजित किए जाएंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. विशाल गर्ग ने कहा कि किसी भी लक्षण का निदान न होने पर भी हर छह महीने में शरीर के महत्वपूर्ण मापदंडों की जांच करवाना आवश्यक है। शुगर में ब्लड प्रेशर और ग्लूकोज के स्तर की बढ़ती प्रवृत्ति की निगरानी ऐसे स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों से की जा सकती है, जो आमतौर पर गरीब तबके के लोग नजरअंदाज करते हैं। यह उन्हें शरीर की कई आगामी बीमारियों से बचा सकता है और एक स्वस्थ जीवन जी सकता है। कमला जोशी ने कहा कि ज्यादातर महिला रोगियों को एनीमिक समस्याओं के साथ चिह्नित किया गया था, जिसके लिए उन्हें 15 दिनों के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ और सिरप लेने की सलाह दी गई थी।