खाकी के सम्मान में एक अधिवक्ता मैदान में, जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान, हरिद्वार।
हठधर्मिता के चलते बीच सड़क पर हंगामा कर मीडिया की सुर्खिया बटोरेने वाले विधायक मुसीबत में फंस गये है। हरिद्वार के अधिवक्ता ने उक्त विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाते हुये अपर पुलिस महानिदेशक देहरादून को शिकायती पत्र दिया हैं। इस पत्र के बाद विधायक को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। पूरा प्रकरण देहरादून विधानसभा के बाहर का है। 6 दिसंबर 2018 को उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी देहरादून में विधानसभा सत्र के लिये जनप्रतिनिधियों का आगमन हो रहा था। इसी दौरान एक कांग्रेसी विधायक करन सिंह माहरा एक बिना स्टीगर के वाहन से विधानसभा परिसर में जाने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने वाहन पर स्टीगर नहीं होने की बात कहकर प्रवेश देने से इंकार कर दिया। इस बात से आक्रोषित विधायक करन सिंह माहरा विधानसभा के बाहर सुरक्षाकर्मियों से उलझने लगे। इसी बीच मुख्यमंत्री के आने का समय हुआ तो पुलिस इंस्पेक्टर महेश लखेडा ने विधायक को वहां से हटने की गुजारिश की। लेकिन जनप्रतिनिधि होने के मद में चूर विधायक करन सिंह माहरा बीच सड़क पर बैठकर पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ ही प्रदर्शन करने लगे। विधायक को मनाने के लिये शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक सहित कई विधायकों ने प्रयास किये। लेकिन उक्त विधायक ने अपने प्रदर्शन को जारी रखा और खूब हंगामा किया। इस प्रकरण में जिला एवं सत्र न्यायालय रोशनाबाद हरिद्वार के अधिवक्ता अरूण भदौरिया ने अपर पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र देकर हंगामा करने वाले विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पत्र में श्री भदौरिया ने कहा कि उक्त पुलिस इंस्पेक्टर महेश लखेडा अपने कर्तव्यधर्म का पालन कर रहे थे। इंस्पेक्टर शिक्षित और कानून का पालन कराने वाले जिम्मेदार व्यक्ति है। ऐसे में एक जनप्रतिनिधि को एक इंस्पेक्टर के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार करना अशोभनीय है। इस घटना से खाकी वर्दी पहनकर जनता को सुरक्षा प्रदान करने वाले पुलिसकर्मियों के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है। इस मामले में विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाये। वहीं इस पूरे प्रकरण पर प्रकाश डालते हुये इंस्पेक्टर महेश लखेडा ने बताया कि विधायक करन सिंह माहरा किसी दूसरे वाहन से विधानसभा परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। उक्त वाहन पर स्टीगर नहीं लगा था। विधानसभा सुरक्षाकर्मियों ने जब विधायक को गेट पर रोक दिया तो वह उलझ गये। इसी दौरान सीएम के आने का समय हुआ तो वाहन हटाने के लिये कहा गया। इस बात पर विधायक भड़क गये और हंगामा करने लगे। उनकी कोई गलती नहीं है। वह तो सिर्फ अपनी डयूटी कर रहे थे। बताते चले कि अधिवक्ता अरूण भदौरिया पुलिसकर्मियों के हितों की रक्षा करने के लिये सदैव आगे रहते है। पुलिसकर्मियों के मनोबल में कोई कमी ना हो इसके लिये वह कानूनी लड़ाई लड़ते है। इस बार इंस्पेक्टर महेश लखेड़ा के सम्मान के लिये एक बार फिर अधिवक्ता अरूण भदौरिया विधायक करन सिंह माहरा के सामने आ गये हैं।



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