नवीन चौहान
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के शूटरों को गिरफ्तार कराकर उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने का एक शानदार कार्य किया है। इसी के साथ हरिद्वार के कारोबारियों में सुरक्षा का भाव भी जाग्रत किया है। बदमाशों की रंगदारी से आजिज हरिद्वार के कारोबारी बदमाशों को रंगदारी तो रहे थे लेकिन पुलिस को कुछ बताने का तैयार नही थे। लेकिन एसएसपी के निर्देशों पर एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बेहद ही गोपनीय तरीके से बदमाशों की फील्डिंग सजाई। जिसके बाद बदमाशों को पकड़ने की रणनीति बनाई गई। आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई और चौथ वसूली कर रहे बदमाश विवेक ठाकुर उर्फ विक्की, निखिल ठाकुर उर्फ निक्की तथा एवं राहुल दीक्षित उर्फ बबलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद से हरिद्वार के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है।
वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के शूटरों निखिल ठाकुर उर्फ निक्की तथा विवेक ठाकुर उर्फ विक्की का नाम सुर्खियों में उस वक्त आया जब हरिद्वार के कंबल व्यापारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में निक्की और विक्की को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हालांकि निक्की और विक्की को उस वक्त प्रॉपटी डीलर सुभाष सैनी की हत्या करनी थी। लेकिन हुलिये में गलत पहचान होने के चलते निक्की, विक्की ने सुभाष सैनी के धोखे में अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की हत्या कर दी। हरिद्वार के तत्कालीन एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के निर्देशों पर तत्कालीन नगर कोतवाली प्रभारी अनिल जोशी ने अमित दीक्षित मर्डर केस का खुलासा कर निक्की ठाकुर, विक्की ठाकुर और रितेश शर्मा को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ के निक्की और विक्की ने खुलासा किया वह संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के इशारे पर सुभाष सैनी की हत्या करने आए थे। हालांकि इस केस में एसटीएफ और तत्कालीन इंस्पेक्टर अनिल जोशी ने शाहरूख पठान को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस घटना के बाद पुलिस को ये पता चला कि संजीव जीवा के गुर्गे हरिद्वार में सक्रिय है। इधर, पुलिस अपनी व्यस्तताओं में उलझी रही और आरोपी निक्की ठाकुर और विक्की ठाकुर ने कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रंगदारी वसूलने के धौंस जमानी शुरू कर दी। हत्या के आरोप में जमानत पर बाहर घूम रहे दोनों बदमाशों की धमक के आगे व्यापारी चुपचाप रंगदारी देने को विवश रहे। रेलवे पार्सल के धंधे और ट्रैवल एजेंटों से रंगदारी वसूली जाने लगी। इसी दौरान पुलिस का खूफिया विभाग सक्रिय हुआ और दोनों बदमाशों की हरकतों पर नजर बनाई जाने लगी। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने जनता की सुरक्षा के लिए संजीदगी दिखाई और एक गोपनीय पुलिस टीम गठित कर दी। पुलिस टीम आरोपी निक्की ठाकुर और विक्की ठाकुर की हरकतों पर नजर बनाकर रखने लगी। पुलिस से बेखबर दोनों आरोपी रंगदारी वसूलने में व्यस्त रहे। पुलिस अपने स्तर से आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाती रही। जिसके बाद पुलिस ने तीनों बदमाशों की गिरफ्तारी की। लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि इन बदमाशों के गैंग में और कौन लोग लोग शामिल है। जो दहशत का पर्याय बने हुए है।
एक बेहतर कप्तान
हरिद्वार जनपद पुलिस की कमान संभालने के बाद से बतौर एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस एक बेहतर कप्तान के दौर पर अपनी पारी खेल रहे है। वह पुलिस के पेंच भी कस रहे है और उनको ईमानदारी से कार्य करने की सीख भी दे रहे है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह कि आम जनमानस के मन मस्तिष्क से बदमाशों का खौफ दूर करने के लिए कुख्यात बदमाशों के नेटवर्क पर भी शिकंजा कस रहे है। संजीव जीवा के शूटरों की गिरफ्तारी के बाद से उन्होंने साबित किया है कि हरिद्वार में बदमाशों के लिए कोई जगह नही है।