शादाब अली, रुड़की। उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव के बाद बसपा ने एक तरफ जहां चार नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिखाया वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने चौधरी राजेंद्र सिंह के पूरे परिवार को बसपा में बसपा में शामिल किया है। उत्तराखंड के किसान आयोग के अध्यक्ष एवं कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह के अलावा हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष सविता चौधरी अपने पति समेत बसपा में शामिल हो गए हैं। वहीं दूसरी बसपा से हरिद्वार लोकसभा प्रभारी रहे सुभाष चौधरी को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निकाल दिया गया। हाल ही में मंगलौर नगर पालिका से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े जुल्फिकार अंसारी ने जहां एक और अपने रिश्तेदार पूर्व विधायक अजीत सरबत करीम अंसारी को मात देते हुए टिकट तो हासिल कर लिया लेकिन चुनाव में वह ज्यादा वोट हासिल नहीं कर पाए। जिसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा और बसपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। चौधरी राजेंद्र के बसपा ज्वाइन करने से जहां एक और बसपा को फायदा हो सकता है क्योंकि चौधरी राजेंद्र सिंह एक जिले में अलग पहचान रखते हैं और एक मजबूत नेता के तौर पर जाने जाते हैं। बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान का कहना है कि बहन मायावती की अनुमति के बाद ही चौधरी राजेंद्र को बसपा ज्वाइन कराई गई है क्योंकि उन्होंने अपनी राजनीति ही बसपा से शुरू की वह तो कुछ समय के लिए कांग्रेस में चले गए थे लेकिन वह वापस अब अपने घर आ गए हैं।