नवीन चौहान
खाकी ने सड़कों पर मोर्चा संभाल लिया है। इसी के साथ पुलिस की अग्निपरीक्षा शुरू हो गई है। पवित्र गंगाजल लेने के लिए शिवभक्तों का हरिद्वार आगमन शुरू हो गया है। करीब तीन लाख कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने की संभावना के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक प्रबंध किए गए है। डीजी एलओ अशोक कुमार ने करीब दस हजार पुलिसकर्मियों को कांवड़ मेला डयूटी में मोर्चा संभालने से पूर्व मेले के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
डीजी एलओ अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ मेला 17 जुलाई 2019 से प्रारंभ होकर 30 जुलाई को संपन्न होगा। इस दौरान मेले में 19 जुलाई से 24 जुलाई तक पंचक अवधि रहेंगी। जबकि डाक कांवड़ की अवधि 25 जुलाई से मेला समाप्ति तक रहेगी। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन एवं 133 सैक्टर में विभाजित किया गया है। सुपर जोन में अपर पुलिस अधीक्षक, जोन मे पुलिस उपाधीक्षक एवं सैक्टर में निरीक्षक/थानाध्यक्ष/वउनि स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। जोनल पुलिस अधिकारियों के साथ निरीक्षक/थानाध्यक्ष स्तर के सहायक जोनल अधिकारी नियुक्त किये गये है।
कांवड़ मेला हेतु नियुक्त पुलिस बल अपर पुलिस अधीक्षक 11, पुलिस उपाधीक्षक 17,पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षु 15, निरीक्षक/थानाध्यक्ष/वउनि 56, उपनिरीक्षक 274, मउनि 65,मुख्य आरक्षी 153,आरक्षी 1548, महिला आरक्षी 257,यातायात निरीक्षक 04, यातायात उ0नि0 11 मुख्य आरक्षी यातायात 30, आरक्षी यातायात 133 पीएसी/आइआरबी/फ्लड दल 10 कम्पनी, 01 प्लाटून केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल 06 कम्पनी (02 कम्पनी आरएएफ, 02 कम्पनी सीआईएसएफ 01 कम्पनी आईटीबीपी, 01 कम्पनी बीएसएफ )एटीएस 02 टीम की तैनाती की गई है। कांवड़ मेला के दौरान अप्रिय घटनाओं के रोकथाम हेतु बम निरोधक दस्ता/श्वान दल की 04 टीमें नियुक्त की गई है। मेला क्षेत्र में आंतकी घटनाओं की रोकथाम व त्वरित कार्यवाही हेतु एण्टी टैरेरिस्ट स्कवॉड की 02 टीमों को मेला अवधि तक लगातार 24 घण्टें के लिए नियुक्त किया गया है। किसी भी प्रकार की घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही हेतु हरकी पैडी क्षेत्र में स्थित वॉच टॉवर पर दिन व रात्रि की पारी में जनपद की क्यूआरटी को नियुक्त किया गया है।