हरिद्वार पुलिस के गले की फांस बना नाबालिग युवती के अपहरण का केस




नवीन चौहान
नाबालिग युवती के अपहरण का मुकदमा पुलिस के गले की फांस बन गया है। अपहरण के आरोपी की पुलिस हिरासत के दौरान मौत हो गई। पुलिस आरोपी युवक और नाबालिग को पंजाब से लेकर हरिद्वार आ रही है। बकौल पुलिस आरोपी युवक की रास्ते में तबीयत खराब हो गई। जिसके चलते उसको नजदीक के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। निजी चिकित्सकों ने सिविल अस्पताल रूड़की ले जाने की सलाह दी। पुलिस आरोपी युवक को सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। लेकिन रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस मृतक का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रही है।
कार्यवाहक थाना प्रभारी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि कनखल के संदेशनगर निवासी दया शंकर दीक्षित के पुत्र अखिलेश कुमार दीक्षित की पुलिस अभिरक्षा में संदिग्ध मौत हो गई। अखिलेख संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुआ था। उसके दो दिन बाद पड़ोस की ही एक नाबालिग भी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। अखिलेख की गुमशुदगी दर्ज थी। लेकिन नाबालिग के परिजनों ने अखिलेख पर बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया था। मामले में नया मोड़ तब आया जब दोनों की लोकेशन पंजाब मिली। पुलिस की टीम महिला दारोगा हिमानी रावत के नेतृत्व में पंजाब पहुंची और दोनों को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस युवक और युवती को हरिद्वार सकुशल लेकर आ रहे थे। इसी दौरान हरिद्वार के भगवानपुर के समीप युवक ने अचानक उल्टी करनी शुरू कर दी। जहां युवकी संदिग्ध मौत हो गई। कुल मिलाकर पूरा प्रकरण पुलिस के गले की फांस बन गया। पुलिस मृतक का पोस्टमार्टम कराने के बाद युवती के 164 के बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। पुलिस को इस रहस्यमयी केस से परदा उठाने के लिए गहनता से जांच पड़ताल करने की जरूरत है। आखिरकार अखिलेश की मौत के पीछे की वजह क्या है।
पुलिस की पूछताछ में अहम सवाल
—क्या अखिलेश सूदखोरों के आतंक का शिकार था।
—अखिलेश को कोई ब्लैकमेल कर रहा था।
—अखिलेश ने प्रेम प्रसंग के चलते जहर खाया।
—अखिलेश के दो दिन बाद युवती के लापता कराने में कौन साथ दे रहा था।
—दोनों ने जहरीला पदार्थ कहां से खरीदा
—दोनों ने जहरीला पदार्थ कहां खाया
—युवती और अखिलेश पंजाब कैसे पहुंचे।
फिलहाल तो अखिलेश की मौत ने इस प्रकरण को हाईप्रोफाइल बना दिया है। इस गुत्थी को सुलझाना पुलिस के अहम हो गया। क्योकि अखिलेश की पिता की माने तो वह मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार मान रहे है। जबकि अखिलेश और युवती को सकुशल बरामद करना तो पुलिस की बड़ी उपलब्धि थी। पुलिस को जिस प्रकरण का खुलासा करने के बाद सम्मान मिलना था, उस केस में पुलिस अब खुद उलझ कर रह गई थी। हालांकि पुलिस इस केस का जल्दी पटाक्षेप कर देंगी।



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