नवीन चौहान, हरिद्वार। पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की अस्थियां शुक्रवार को हरिद्वार के कनखल स्थित सती घाट पर मां गंगा में विसर्जन किया गया। अस्थियों का विसर्जन ओएसडी राजीव कुमार के पुत्र कार्तिक राज द्वारा किया गया। रोहित की अस्थियों को लेकर उनकी माँ उज्ज्वला और पत्नी अपूर्वा और अन्य परिजन लेकर आये थे।
रोहित शेखर तिवारी (करीब 40 वर्ष) की दिल्ली में पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी थी। रोहित शेखर का करीब दो साल पहले ही अपूर्वा से विवाह हुआ था। रोहित शेखर ने लंबे समय तक पंडित एनडी तिवारी के पुत्र होने की लड़ाई लड़ी थी। रोहित पिछले वर्ष अक्टूबर में पंडित एनडी तिवारी की अस्थियों को लेकर सती घाट पर आए थे और उन्होंने पंडित जी की अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया था।
इस दौरान अपने पति रोहित शेखर की अस्थियों को गंगा को समर्पित करने के लिए लेकर आई अपूर्वा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी। अपूर्णा ने बस इतना ही कहा कि वे यही चाहती हैं कि रोहित की आत्मा को शान्ति मिल जाये। उसके आगे मैं और कुछ नहीं कह सकती।
रोहित शेखर तिवारी की माँ उज्ज्वला तिवारी का कहना है कि आप सब जानते है कि कितना होनहार बच्चा था वो, वो एक उदीयमान नेता के रूप में देखा जा रहा था। मेरे परिवार की तो क्षति है। देश और समाज के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है। उज्ज्वला कहती है कि मैं कुछ कहना उचित नहीं समझती। मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिले यही ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं यदि उनमें सच्चाई तो वह सामने आनी चाहिए।