नवीन चौहान, हरिद्वार। उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री पं. नारायण दत्त तिवारी के अस्थि अवशेष सोमवार को कनखल सती घाट में गंगा में विधि विधान के साथ विसर्जित किए गए। एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर ने अस्थियां विसर्जित की। इस दौरान आचार्य बालकृष्ण समेत कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके एनडी तिवारी का 18 अक्टूबर को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में निधन को गया था। वे 93 वर्ष के थे। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि जिस दिन श्री तिवारी ने अंतिम सांस ली उसी दिन उनका जन्मदिन भी था। रविवार को उनका अंतिम संस्कार हल्द्वानी में राजकीय सम्मान के साथ रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर किया गया था।
सोमवार को उनके अस्थि अवशेष लेकर उनके पुत्र रोहित व अन्य परिजन कनखल स्थित सतीघाट पहुंचे जहां विधि विधान के साथ उनके अस्थि अवशेष गंगा में विसर्जित किए गए। उनके पुरोहित संदीप भक्त ने अस्थित विसर्जन कर्मकांड कराया। इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। अस्थि विसर्जन के बाद रोहित शेखर ने केंद्र और प्रदेश सरकार के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार का अभूतपूर्व श्रद्धांजलि के लिए आभार जताया। इस दौरान श्री तिवारी की पत्नी उज्जवला तिवारी, अपूर्वा जोशी, भास्कर भट्ट, हर्षवर्धन शुक्ला, दीपा जोशी, पद्मा प्रकाश शर्मा, सुभाष घई, सुखबीर सिंह, पतंजलि के महामत्री आचार्य बालकृष्ण आदि उपस्थित रहे।