गगन नामदेव
मां गंगा की पवित्र नगरी हरिद्वार में नाबालिग बच्चे अपना पेट भरने के लिए चूड़ी बिंदी बेच रहे है। इन बच्चों का शिक्षा से कोई नाता नही है। खुद इनके अभिभावकों ने ही बच्चों को रेहड़ी लगाकर दी है। आखिरकार सरकार और जिला प्रशासन को एक मुहिम चलाकर इन बच्चों को चिंहित करके स्कूल भेजने के लिए प्रयास करने चाहिए।
हरिद्वार के ब्रहमपुरी निवासी एक नाबालिग बच्चा जो कि यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला है। वह अपने मामा के पास किराए के मकान में रहता है। मामा ने उसको एक रेहड़ी पर चूड़ी बिंदी दिलवाकर बेचने के लिए दे दी। जिसके बाद ये बच्चा अपनी गुजर बसर करने के लिए इस काम को कर रहा है। करन एकलौता बच्चा नही है जो हरिद्वार में आजीविका के लिए काम कर रहा है। हरिद्वार में ऐसे तमाम बच्चे है, जिन्होंने स्कूल का मुंह कभी नही देखा। बस अपना पेट भरने के लिए कोई छोटा मोटा कार्य करके गुजर बसर कर रहे है। ऐसे ही एक बच्चे की हकीकत आपके सामने है।