नवीन चौहान, हरिद्वार। हरिद्वार में एक सामान के रेट रातों रात आसमान पर पहुंच गये है। जी हां एक खबर सौ फीसदी सच है। एनजीटी के एक आदेश के बाद हरिद्वार में रेत और बजरी के दाम आसमान पर पहुंच गये है। एनजीटी के आदेश की खबर मिलते ही स्टोन क्रेशन संचालकों ने भंडारण किये गये रेत बजरी के सामान की ब्रिकी पर रोक लगा दी है। स्टोन क्रेशर संचालक अपनी मनमर्जी से मंहगे दामों पर माल बेच रहे हैं। जिसके साथ ही घर बनाने का सपना देख रहे लोगों को ऊंची कीमत पर रेत बजरी खरीदनी पड़ेगी। इसी के साथ स्टोन क्रेशर संचालकों की मनमर्जी भी बढ़ गई है।
बतादें कि एनजीटी नेशनल ग्रीन टिब्यूनल की टीम ने हरिद्वार के लक्सर रोड पर गंगा घाटों का निरीक्षण किया था। इसी के साथ एनजीटी की मुख्य बैंच नई दिल्ली ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई की। जिसके बाद एनजीटी ने अपने निर्णय के बाद एक पत्र जारी किया। प्रबंध निदेशक उत्तराखंड वन विकास निगम को बताया कि गंगा व उसकी सहायक नदियों से उप खनिज एवं चुगान व निकासी कार्य तात्कालिक प्रभाव से बंद किया जाता है। इस पत्र के मिलने के बाद हरिद्वार के प्रभागीय लौगिंग प्रबंधक ने इसकी सूचना जिलाधिकारी व जिला खनन समिति के अध्यक्ष, एसएसपी हरिद्वार, प्रभागीय वनाधिकारी हरिद्वार, जिला खनन अधिकारी समस्त अनुभाग अधिकारी, गेट प्रभारी, लेखाधिकारी उत्तराखंड वन विकास निगम को भेज दी है। इस सूचना के बाद से ही हरिद्वार में खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। इसी आदेश के मिलने के बाद स्टोन क्रेशर संचालकों ने रेत और बजरी के दामों में भारी इजाफा कर दिया है। स्टोन क्रेशर संचालक भंडारण किये गये माल को मनमाफिक मंहगे दामों पर बेच रहे है। जिसका खामिजाया घर बनाने का सपना देख रही जनता को भुगतना पड़ रहा है।