मोबाइल और लैपटॉप लेकर भागते दौड़ते रहे परीक्षार्थी, जानिये पूरी खबर




मोदी के डिजीटल इंडिया में ऑन लाइन परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिये रहे परेशान
नवीन चौहान, हरिद्वार। पीएम नरेंद्र मोदी के डिजीटल इंडिया में ऑन लाइन परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को नेटवर्क की समस्याओं से दो चार होना पड़ा। सर्वर डाउन होने के चलते परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष से बाहर आकर इधर उधर इंटरनेट चलाने के लिये टॉवर की रेंज पकड़ने के लिये भागते रहे। कोई विद्यार्थी पेड़ के नीचे पहुंचा तो कोई ग्राउंड में बैठकर नेटवर्क की रेंज पकड़ने का प्रयास करता रहा। ये नजारा हरिद्वार के कनखल जगजीतपुर स्थित डीएवी स्कूल में दिखाई दिया। जहां परीक्षार्थी पूरी परीक्षा के दौरान नेटवर्क की कमीं के चलते समस्याओं से जूझते रहे।IMG_20171126_112955
विज्ञान भारती द्वारा रविवार को विद्यार्थी विज्ञान मंथन की राष्टीय स्तर की परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा के लिये हरिद्वार में डीपीएस रानीपुर और डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर को सेंटर बनाया गया। कक्षा छह से 11वीं तक के विद्यार्थियों को इस परीक्षा में भाग लेने के लिये बुलाया गया। विज्ञान भारती की ओर से इस सालये परीक्षा ऑन लाइन कराने का निर्णय किया गया। उत्तराखंड विज्ञान भारती के संयोजन डॉ हेमवती नंदन ने परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को मोबाइल, लैपटॉप में इंटरनेट की सुविधा प्रदान कर दी। जिसके बाद सुबह करीब 11 बजे परीक्षा शुरू हो गई। परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही अचानक सर्वर डाउन होने के चलते इंटरनेट कनेक्टिविटी गायब हो गई। परीक्षार्थियों ने इंटरनेट गायब हो जाने की जानकारी केंद्र व्यवस्थापक को दी। जब परीक्षार्थियों ने परीक्षा कक्ष के बाहर जाकर लैपटॉप और मोबाइल चलाया तो इंटरनेट की रेंज आ गई। केंद्र व्यवस्थापक ने परीक्षार्थीयों को कमरे से बाहर मैदान में जाकर ऑन लाइन पेपर हल करने की छूट दे दी। इसके बाद तमाम परीक्षार्थी अपना इंटरनेट चलाने के लिये कभी पेड़ के पास तो कभी पेड़ के नीचे बैठने लगे। कुछ परीक्षार्थी ग्राउंड में आकर ऑन लाइन पेपर को हल करने लगे। IMG_20171126_113104कुल मिलाकर पूरी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को इंटरनेट की समस्याओं से जूझना पड़ा। अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है कि डिजीटल युग में जब शहरों में इंटरनेट की समस्या बनी हुई है तो ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की हालत कैसी होगी। ग्रामीण प्रतिभाओं को किस प्रकार निखारा जायेगा। जब उत्तराखंड विज्ञान भारती के संयोजक डॉ हेमवती से परीक्षा के दौरान इंटरनेट गायब होने की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि कनेक्टिविटी की परेशानी रही है। परीक्षार्थियों ने मैदान में आकर इंटरनेट की रेंज मिल गई है। परीक्षा संपन्न हो गई है। इस समस्या को आगे से दूर करने का पूरा प्रयास किया जायेगा।



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