नवीन चैहान, हरिद्वार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से भ्रष्टाचार को दूर करने के लिये एक देश एक कर के रूप में GST कानून लागू किया। GST को लेकर व्यापारियों ने तमाम विरोध किया। लेकिन जब जीएसटी की टीम ने हरिद्वार दिल्ली नेशनल हाईवे पर मध्य रात्रि में लोडिंग वाहनों की चेकिंग की तो सब कुछ ठीक पाया गया। GST की टीम ने बिल चैक किये तो पूरी तरह से दुरस्त मिले। टीम ने इस दौरान कई दर्जन वाहनों को रोककर उसके बिलों का आॅन लाइन निरीक्षण किया। बिलों के ठीक मिलने के साथ ही इस बात का खुलासा हो गया कि व्यापारी कर चोरी से किनारा करने लगे हंै। व्यापारी अपना व्यापार नंबर एक में माल मंगाकर ही करना चाहते हैं।
गुरूवार की मध्य रात्रि करीब 12 बजे काॅॅमर्शियल कर अधिकारी विनोद आर्य जीएसटी की चोरी को पकड़ने के लिये हरिद्वार दिल्ली नेशनल हाईवे पर पहुंचे। उन्होंने पार्क ग्रांड होटल और ऋषिकुल पुल के बीच हाईवे पर अपना सरकारी वाहन खड़ा कर दिया। उसके बीच विनोद आर्य की टीम में शामिल लोग एक-एक करके लोडिंग वाहनों को रोकने लगे। वाहन चालक माल के संबंध में बिल लेकर काॅमर्शियल कर अधिकारी विनोद आर्य को दिखाते रहे। इस दौरान सीमेंट, सरिया और कई माल वाहनों के चालकों ने अपने बिलों को दिखाया। माल चालकों के कागज बिल्कुल दुरस्त पाये गये। बिलों को आॅन लाइन देखने के बाद अधिकारी ने सभी वाहनों को रवाना कर दिया। इस दौरान काॅमर्शियल कर अधिकारी विनोद आर्य ने बताया कि 50 हजार से अधिक के बिलों का आॅन लाइन रिकार्ड होता है। जबकि उससे कम राशि के बिलों को हम जानकारी करने के लिये अपने पास रखते हंै। रात्रि में रोके गये सभी वाहनों के बिल बिल्कुल ठीक मिले। किसी बिल में कोई GST की गड़बड़ी पकड़ में नहीं आई।