डीएवी के वैदिक चेतना सम्मेलन में विद्यार्थियों ने दिखाये प्रतिभा के जलबे, जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान, हरिद्वार।

डीएवी सेन्टेनरी पब्लिक स्कूल हरिद्वार में दो दिन तक चलने वाले वैदिक चेतना सम्मेलन के दूसरे दिन का कार्यक्रम भी प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित के कार्यकौशल की शानदार मिसाल दे गया। स्कूल को भव्य तरीके से सजाया गया और सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद प्रबंध किये गये। मुख्य वक्ताओं ने अपने ज्ञान से विद्यार्थियों को जीवन की दिशा दिखलाई। स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने कार्यक्रम का सफल आयोजन कराकर बच्चों को वेदों के ज्ञान से अवगत कराने में महती भूमिका अदा की।


दूसरे दिन के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता सुरेन्द्र कुमार शर्मा  व अतिथियों, एमएल अरोड़ा, कुलभूषण सक्सेना, डॉ दिनेश चन्द्र शास्त्री, डॉ हेमवती नन्दन पाण्डेय, डॉ लोकेश जोशी के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उसके बाद डीएवी गान में सभी विद्यार्थी, शिक्षक – शिक्षेणत्तर स्टॉफ, अभिभावक सम्मिलित थे। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी ने मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ सें एवं शाल ओढ़ाकर किया।


कक्षा छः के विद्यार्थियों जयेश, अभिनव वर्मा, दिव्या, पर्व भाटिया, आदित्य, मुक्तेश, अनुपम, अर्श यादव, हार्दिक व अन्य ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एक मनमोहक समूह गान ‘‘झूम कर हम गा रहे’’ प्रस्तुत किया। उसके पश्चात् विद्यालय प्राँगण वेद ऋचाओं से गुंजायमान हो उठा।

कक्षा तीन के नन्हें विद्यार्थियों दृष्टि, शिवांश, याशिका, निर्भय, कुंज गोयल, गौरी शर्मा प्रथम पंवार, चार्वी, एकता ग्रोवर, निष्टा, जिया, वाणी व अन्य ने वेद मंत्रों का उच्चारण किया तथा एवं अक्षरःक्ष मुद्राओं द्वारा उनके अर्थ को परिभाषित किया। कक्षा आठ की नन्हीं कलाकारों अदिति, आयुषी, पलक, गौरी, नोमिशा, कणिका, सिमरन, तनिष्का व अन्य ने उत्तराखण्ड के गढ़वाली नृत्य से उपस्थितजनों मन मोह लिया।


कक्षा पाँच के छोटे बच्चों रितिका, परी, कनक, अयान, वेदांत, अभिवन, अनंत, दक्ष, श्रद्धा, लक्ष्य, विभोर, अनन्तिका, वैष्णवी, दिव्यांश, मौलिक, अथर्व व अन्य ने ‘तू ही राम है, तू रहीम है’ कव्वाली के रूप में प्रस्तुत कर धर्मनिरपेक्षता का संदेश दिया।


विद्यालय की संगीत शिक्षिका श्रीमती अर्चना तलेगाँवकर ने एक सुन्दर भजन प्रस्तुत किया वहीं विद्यालय की अन्य शिक्षिकाओं श्रीमती प्रियदर्शनी कपूर, श्रीमती मंजुल पुरोहित, दीशिखा शर्मा, अनुपमा कपूर, निशा शर्मा, आयुषी रावत, नम्रता सैनी, अनीता रावत, सारिका मेहता, सीमा ठाकुर, शिवानी जैन ने अत्यन्त मोहक भजन प्रस्तुत किया।
कक्षा चार की नन्हीं कलाकारों ने ‘तू माने या ना माने’ सूफी गाने पर एक अत्यन्त मनमोहक नृत्य पेश कर माहौल को आध्यात्मिक बना, सबकी तालियां बटोरी। कक्षा सात के विद्यार्थियों ऋषित, विनायक शर्मा, श्रेयांश, अक्षत, देवांश, पीयूष, जसमीत, सक्षम गुप्ता, गीतिका, अदित्रि, वर्णिका, मिष्टी, मेघा व अन्य ने ‘हम ठहरे अज्ञानी प्रभु जी’ गान से माहौल को आध्यामिक बनाए रखा।
कक्षा आठ के विद्यार्थियों पारितोष भट्ट, आद्या, कनिष्क, सोनिया, प्रियांशी, अनुष्का, चित्राक्षी, आरना व अन्य ने ‘कलयुग के दर्शन’ नामक एक लघु नाटिका से माता-पिता के महत्व से सबको परिचित करवाकर, आज की युवा पीढ़ी के परिवार से अलगाव को दर्शाने की कोशिश की तथा उपस्थितजनों की आँखों को नम कर दिया।
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी ने ‘अतुल्य भारत’ के दर्शन करवाए। इस कार्यक्रम में करीब 90 बच्चों के समूह ने जिसमें मणि खरे, दिव्या गर्ग, इशिका अरोड़ा, अमरप्रीत कौर, नित्या रावत, अदिति पाण्डेय, जाह्नवी, अनुष्का, पलक, पावनी व अन्य ने प्रतिभाग किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने मुख्य अतिथि सुरेन्द्र कुमार शर्मा, उपस्थित एलएमसी मैम्बर्स तथा अभिभावकों का विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने के लिए तथा अपना अमूल्य समय देने के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया।



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