नवीन चौहान, हरिद्वार। हरिद्वार का मेयर कौन होगा अन्नु कक्कड़ या अनिता शर्मा फिलहाल ये सवाल सभी हरिद्वारवासियों के दिमाग में दौड़ रहा है। नुक्कड़, चौराहों या चाय की दुकानों पर बस ये ही चर्चा है कि मदन कौशिक की प्रतिष्ठा दांव पर है। अगर बनिया, ब्राहाण और पंजाबी समाज का साथ मदन को मिला तो अन्नु कक्कड़ का मेयर बनना तय है। इनमें भी मदन की मलिन बस्तियों का सबसे बड़ा योगदान होगा। लेकिन इस सबके बावजूद अनिता शर्मा चुनाव मंे मजबूती के साथ मोर्चा संभाले हुए है। मदन की रणनीति में कहीं भी चूक हो गई तो अनिता शर्मा मामूली अंतर से ही सही चुनाव जीत सकती है।
हरिद्वार नगर निगम के मेयर पद पर सीधा मुकाबला भाजपा की अन्नु कक्कड़ और कांग्रेस की अनिता शर्मा के बीच है। इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिये केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने अपने सभी दांव पेंच चल दिये है। सभी एसोसियेशनों को साधने का प्रयास किया गया है। सभी जाति समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की गई है। पूरी प्लानिंग के साथ मदन कौशिक ने आश्रम अखाड़ों में संतों की चरण वंदना की है। वहीं कांग्रेस की ओर से अनिता शर्मा के पति अशोक शर्मा ने भी इस चुनाव को जीतने के लिये हरसंभव प्रयास किये है। बहुत कम समय के भीतर ही अशोक शर्मा चुनाव को फाइट मोड में ले आए हैं। अशोक शर्मा को ब्राहाण समाज का साथ मिला और सरकार की नाकामियों का ठींकरा अशोक शर्मा के पक्ष में आया तो चुनाव परिणाम बदल सकते है। पंजाबी महासभा पहले ही किसी भी प्रत्याशी को समर्थन न देने का ऐलान कर चुकी है। फिलहाल हरिद्वार की जनता पूरी तरह से मौन है। वह अपने पत्ते नहीं खोल रही है। हरिद्वार की जनता मदन से तो नाराज दिखाई दे रही है पर अशोक शर्मा के पक्ष में भी खुलकर नहीं आ रही है। ऐसी स्थिति में चुनाव रोचक मोड़ पर आ गया है। कल 18 नवंबर को मतदान पेटी में प्रत्याशियों का भाग्य कैद हो जायेगा। जो 20 नवंबर को खुलेगा। जीत किसका वरण करेंगी ये तो 20 नवंबर की शाम को ही पता चल पायेगा। फिलहाल सर्दी के मौसम में वोटरों की जय जयकार करने के कुछ ही पल बचे हैं। जिसका आनंद वोटर भी मजे से ले रहे हैं। वहीं प्रत्याशियों के दिलांे की धड़कने बढ़ी हुई हैं।