नवीन चौहान
हरिद्वार के प्रभागीय वनाधिकारी आकाश वर्मा ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की जिम्मेदारी तीन शूटरों को सौंप दी है। जबकि एक शूटर की ओर तलाश की जा रही है। ताकि जल्दी से जल्दी हरिद्वार की जनता को आदमखोर गुलदार से मुक्ति दिलाई जा सके और उसके कारण समाज में फैले खौफ से भी निजात दिलाई जा सके। लेकिन सवाल उठता है कि एक गुलदार को मारने के बाद जंगली जानवरों का भय खत्म हो जायेगा। भेल प्रशासन अपनी व्यवस्थाओं के प्रति कब संजीदा होगा।
बताते चले कि बीते कई महीनों से हरिद्वार में गुलदार के कारण भय व्याप्त है। गुलदार ने तीन घटनाओं को अंजाम दिया है। जिसके चलते दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि एक व्यक्ति जख्मी हालत में मिला। लेकिन इन सबके अलावा भी गुलदार पर कई आरोप लगे। हत्या भी गुलदार के सिर पर मढ़ी गई। जबकि वास्तविकता में गुलदार ने तीन घटनाओं को अंजाम दिया। भेल प्रबंधन और जनता की तमाम शिकायतों के बाद प्रभागीय वनाधिकारी आकाश वर्मा ने गुलदार को खत्म करने के लिए तीन शूटरों को बुलाया है। तीनों शूटर जंगल में आदमखोर गुलदार की तलाश में जुट गए है। गुलदार को खत्म करके एक भय का वातावरण दूर किया जा सके। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ तीनों शूटर गुलदार की तलाश में काबिंग कर रहे है। ताकि गुलदार को खात्मा किया जा सके। डीएफओ आकाश वर्मा ने शूटरों को जंगलों में भेजकर गुलदार के आतंक से मुक्ति दिलाने की पुष्टि की है।