हरिद्वार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीएसटी कानून की धज्जियां उडा रहा है शनिवार को होने वाला अवैध कारोबार। सफेद कुर्ता पहनकर ये तमाम लोग शनिवार को लाखों का कारोबार करते है। इन कारोबारियों को रोकने वाला कोई नहीं है। बेखौफ होकर ये लोग लोगों के घर व प्रतिष्ठानों पर जाकर भगवान शनि का खौफ दिखाकर लाखों वारे न्यारे करते है। इन लोगों से हरिद्वार के लोग आजिज आ चुके है। इस धंधे को संचालित करने वाले लोग वेस्ट यूपी के है।
हरिद्वार धार्मिक नगरी है। यहां के वाशिंदे भगवान में आस्था रखते है। इसी आस्था के चलते सोमवार से रविवार तक सभी दिनों की अपनी मान्यतायें है। शनिवार को भगवान शनि का दिन माना जाता है। भगवान शनि की पूजा की जाती है। उनको तेल और वस्त्रों इत्यादि का दान किया जाता है। लेकिन गत कुछ सालों से शनिवार के दिन को खौफ के रुप में प्रचारित किया गया है। वेस्ट यूपी से आने वाले तमाम लोग शनिवार को कुर्ता पाजामा पहनकर हाथ में डिब्बा लेकर लोगों के घरों पर पहुंच जाते है। घरों में निवास करने वाले लोगों से शनि दान देने की मांग करते है। जो परिवार देने से इंकार करता है उसको शनि के प्रकोप का खौफ दिखाते है। जिसका नजीता ये रहता है वह परिवार इन लोगों को सरसो का तेल, वस्त्र और नकद धनराशि प्रदान करता है। वक्त के साथ-साथ ये शनि दान का सिलसिला कारोबार में तब्दील हो गया। आज स्थिति ये है कि इन कारोबारियों ने इलाकों का बटबारा कर लिया है। जो एक दूसरे के क्षेत्रों में प्रवेश नहीं करते है। हरिद्वार शहर की तमाम दुकानों , कालोनियों में शनिवार के दिन ये तमाम लोग अक्सर देखे जा सकते है।
रेलवे स्टेशन पर होती है मीटिंग
भगवान शनि के नाम पर दान की वसूली करने वाले ये सभी लोग हरिद्वार रेलवे स्टेशन परिसर में मीटिंग करते है। जहां से अपने-अपने इलाकों की ओर प्रस्थान करते है। दिन ढलने के बाद फिर एक बार मुलाकात रेलवे स्टेशन पर ही होती है। जिसके बाद अगले शनिवार को मिलने का दिन तय होता है।