सुपारी किलर ने दस लाख में की कमरे आलम की हत्या, सनसनीखेज खुलासा




सोनी चौहान
सुपारी किलर ने ग्राम प्रधान कमरे आलम की हत्या दस लाख की रकम लेकर की थी। रुड़की गंगनहर कोतवाली पुलिस ने कमरे आलम हत्याकांड का खुलासा कर तीन शूटरों को गिरफ्तार किया। पुलिस के हत्थे चढ़े शूटरों को आबिद नाम के ​व्यक्ति ने सुपारी दी थी। हत्याकांड का मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
घटनाक्रम
रुड़की के रामनगर में कोर्ट के बाहर 20 दिसंबर 2019 की शाम करीब 5 बजे को बाइक सवार शूटरों ने नगला कूबड़ा के ग्राम प्रधान कमरे आलम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद अलीशान पुत्र मौहम्मद हासिम निवासी ग्राम नगला कुबड़ा, थाना झबरेड़ा ने कोतवाली गंगनहर पर मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमे में आबिद, उस्मान पुत्रगण जब्बाद, आकील पुत्र उस्मान निवासी कमलेशपुर, रूड़की तथा जमशेद पुत्र मुनफैद, नदीम पुत्र जमशेद निवासीगण नगला कुबड़ा को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया।
पुलिस विवेचना
इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने पुलिस की चार टीमे गठित की। पुलिस ने सभी नामजद आरोपियों की कुंडली को खंगालना शुरू किया। पुलिस टीम हत्या की वजह तलाशने में जुट गई। पुलिस विवेचना में पता चला कि साल 2010 में आबिद ने कमरे आलम के बड़े भाई मुजम्मिल पुत्र मकसूद आलम की हत्या कर दी थी। इस मुकदमे में आबिद और उसका भाई उस्मान और भतीजे आकिल व आदिल जेल गए थे। आबिद लगातार जेल में रहा और साल 2019 में जमानत पर बाहर आया।
पुलिस का पता चला कि मुजमिल की हत्या का बदला उसके छोटे भाई कमरे आलम ने साल 2012 में आबिद के भाई फारूख् की हत्या करके लिया। इस मुकदमे में कमरे आलम और उसके भाई साबुल हसन, तजमुल और रिश्तेदार कामिल और नफीसुलहसन जेल गए थे।
रंजिशन हुई हत्या
पुलिस टीम को पूरा मामला रंजिशन लगा। लेकिन जिस तरह से रैकी करके हत्या की गई ये काम एक प्रोफेशनल सुपारी किलर का लगा। पुलिस ने हत्याकांड के दौरान बाइक पर सवार लोगों की तलाश शुरू कर दी।तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
जांच में कमेलपुर निवासी आबिद और उसके बड़े भाई आसीक की संलिप्तता सामने आई। आबिद ने मुजफ्फरनगर निवासी नसीम को कमरे आलम की हत्या की सुपारी दस लाख रुपए में दी थी। आबिद की नसीम से मुलाकात उस समय हुई थी। जब वह मुजम्मिल हत्याकांड में जेल में बंद था। नसीम पर 30 से अधिक मुकदमे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दर्ज है। वसीम ने अपने भाई नीम और सलमान को प्रधान कमरे आलम की हत्या करने के लिए भेजा। आबिद के रिश्तेदार फरहान द्वारा दोनों शूटरों को ग्राम प्रधान की पहचान करवाई गई और लंबी रेकी के बाद 20 तारीख को नईम और सलमान ने हत्या की घटना को अंजाम दे दिया। हत्या में नईम और सलमान द्वारा दिलशाद को भी शामिल किया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने ढाई हजार और आईजी ने पांच हजार रुपये का नकद पुरुस्कार घोषित किया है। तीनों शूटरों की गिरफ्तारी का खुलासा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने गंगनहर कोतवाली में प्रेस वार्ता में किया। इस दौरान सीओ चंदन सिंह बिष्ट व कोतवाल राजेश साह भी मौजूद थे।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
नईम पुत्र ननवा निवासाी किदवई नगर खालापार मुजफ्फरलनगर यूपी हाल निवासी थाना भवन उन रोड के पास नई बस्ती जिला शामली यूपी, दिलशाद पुत्र खलील निवासी मदीना कालोनी मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी रामपुर चुंगी रूड़की मदरसे वाली गली न 17 कोतवाली रूडकी हरिद्वार, सलमान पुत्र ननवा निवासी किदवई नगर खालापार मुजफ्फरलनगर यूपी हाल निवासी थाना भवन उन रोड के पास नई बस्ती जिला शामली यूपी।



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