नवीन चौहान, हरिद्वार।
फर्जी डिग्री बनाकर सरकारी नौकरी का आनंद ले रहे दो सरकारी मास्टर आखिरकार एसआईटी की जांच के बाद फंस गए है। दोनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामला भगवानपुर ब्लाक का है।
हरिद्वार जनपद में बीते दिनों फर्जी डिग्री पर सरकारी नौकरी करने वाले मास्टरों का मामला संज्ञान में आया था। जिसके बाद इस प्रकरण की जांच करने के लिये एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने बीते दिनों भगवानपुर ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिरचंदी में कार्यरत नीलम सैनी और राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांडा जलालपुर के शिक्षक चंद्रपाल के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की थी। नीलम सैनी ने एसआईटी को बीएड की डिग्री गोरखपुर विश्वविद्यालय की दी। लेकिन जब जांच की गई तो पाया कि उक्त डिग्री में अनुक्रमांक किसी ओर का है। वही चंद्रपाल ने नौकरी पाने के दौरान खुद को ज्वालापुर का मूल निवासी बताया था। लेकिन एसआईटी की जांच में चंद्रपाल बिजनौर का रहने वाला पाया गया। एसआईटी ने जांच करने के बाद रिपोर्ट विभागीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दी। उप शिक्षाधिकारी भगवानपुर ने रिपोर्ट के आधार पर दोनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर भगवानपुर थाने में दे दी। थाना प्रभारी गोविंद कुमार ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। बताते चले कि पूर्व में करीब दो दर्जन शिक्षक फर्जी डिग्री के मामले में फंस चुके है। जबकि एसआईटी की जांच अभी जारी है।