नवीन चौहान,हरिद्वार।
नैनीताल की कवियत्री गौरी मिश्रा ने हरिद्वार के श्रोताओं का दिल जीत लिया। वीर रस के काव्य पाठ से श्रोताओं के दिलों में देशभक्ति की अलख जगा दी। गौरी मिश्रा की कविताओं के दौरान भेल का कंवेंशल हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजायमान रहा। हास्य कवि पदम श्री सुनील जोगी ने हास्य रस की कविताओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।
72वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बीएचईएल हरिद्वार की एम्पलाईज कम्यूनिटी सेन्टर सोसायटी द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का संचालन पदमश्री डॉ सुनील जोगी (दिल्ली) तथा अध्यक्षता डॉ राजेन्द्र राजन ने की। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन महान गीतकार पदमभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज को समर्पित किया गया। कवि सम्मेलन में लखनऊ से पधारे ओज के कवि अभय निर्भिक ने अनेक संवेदनशील विषयों पर मर्मस्पर्शी रचनाएं प्रस्तुत की। वही नैनीताल से कवि सम्मेलन में शिरकत करने आई सुश्री गौरी मिश्रा ने देशभक्ति के काव्य पाठ से श्रोताओं को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। भारतवासियों की सुरक्षा में बार्डर पर शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों के लिये काव्यपाठ में गौरी मिश्रा ने लौट कर घर ना आये साजन लौट कर घर ना आये की प्रस्तुति दी। इस कविता ने श्रोताओं की आंखों को नम कर दिया। उन्होंने अपनी कई प्रसिद्ध कविताओं की प्रस्तुति दी। नारी सशक्तिकरण पर गौरी मिश्रा ने श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। देशभक्ति तथा राष्ट्रप्रेम को आधार बनाते हुए रतलाम के घमचक मुल्तानी ने व्यंग्य एवं हास्य के माध्यम से श्रोताओं के हृदय को सीधे स्पर्श किया। इसके अतिरिक्त डॉ श्रीमती अनु सपन (भोपाल), उदय राम शिल्पी (बरेली), भूदत्त शर्मा (हरिद्वार) ने भी अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।