संजीव शर्मा, मेरठ। एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए पुलिस ने बीते दिनों सेंट्रल मार्केट में ज्वेलरी शॉप लूटने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अपने दो अन्य साथियों की मदद से ज्वेलरी शोरूम लूटा था। जिसके लिए क्राइम सीरियल देख कर उन्होंने लगभग छह महीने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 11 लाख का कैश और लगभग 16 लाख का लूट का सोना और चांदी बरामद किया है।
एडीजी प्रशांत कुमार और एसएसपी अजय साहनी ने रिजर्व पुलिस लाइन में संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता करते हुए इस सनसनीखेज लूट कांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बीती 17 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों ने सेंट्रल मार्केट स्थित रतीराम अनिल कुमार की ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाया था। बदमाशों ने यहां से लाखों का कैश और ज्वेलरी लूट ली थी। एडीजी ने बताया कि लूट के खुलासे के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की चार टीमों को लगाया गया था। पुलिस ने गैंग के सरगना अक्षय उर्फ विक्की सहित उसके साथी रांझा, मधुर वर्मा और सचिन को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटे गए माल में से 11 लाख का कैश, 16 लाख की कीमत का 400 ग्राम सोना, साढ़े चार लाख की कीमत की 9 किलो चांदी, करीब 50 हजार की कीमत के चांदी के बर्तनों सहित लूटा गया मोबाइल और लूट में प्रयुक्त पिस्टल और तमंचा बरामद हुआ है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अपने साथी शुभम और सूरज भारद्वाज के साथ मिलकर ज्वेलरी शॉप को लूटा था। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए सभी बदमाश और उनके फरार साथी दिल्ली के रहने वाले हैं।
गिरोह का सरगना अक्षय उर्फ विक्की मूल रूप से मेरठ के खंदक बाजार का रहने वाला है। विक्की पहले मेरठ में ही एक सुनार के पास काम करता था। लगभग 5 साल पहले उसका परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया। इसी दौरान विक्की क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने लगा और उस पर सट्टेबाजी का करीब 26 लाख रुपए का कर्जा हो गया। जिसे चुकाने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ज्वेलरी शॉप को लूटने की योजना बनाई। योजना के तहत बदमाशों ने लगभग 6 महीने पहले से ही मेरठ की कई ज्वेलरी शॉप की रेकी शुरू कर दी थी। इस दौरान बदमाश एक बार रतिराम अनिल कुमार ज्वेलर्स की दुकान पर चेन और अंगूठी का ऑर्डर देने के बहाने पहुंचे। इसके बाद दोबारा इस आर्डर को कैंसिल कराने के लिए दुकान की रेकी करने पहुंचे थे।
बदमाशों ने घटना के बाद पकड़े जाने से बचने के रास्ते तलाश करने पहले से ही शुरू कर दिए थे। इसके लिए बदमाश क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर काम खत्म होने के बाद कोई सबूत ना छोड़ने की ट्रेनिंग ले रहे थे। लूट को अंजाम देने के बाद सभी बदमाशों ने अपना हुलिया बिल्कुल बदल दिया था। मगर इसके बावजूद पुलिस ने लूट का खुलासा करते हुए जहां चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वही उनके कब्जे से लूटे गए माल में से लगभग 50 प्रतिशत माल भी बरामद किया गया है। एडीजी ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार के इनाम की घोषणा के साथ ही अपर मुख्य सचिव से भी इस टीम को 50 हजार रुपए का इनाम दिए जाने की संस्तुति की है।