पूर्व सीएम निशंक की बेटी बोली महिलाओं को शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की जरूरत




नवीन चौहान
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी आरूषि पोखरियाल निशंक लगातार सामाजिक कार्यो में सक्रियता दिखा रही है। पिता के स्पर्श गंगा की मुहिम को आगे बढ़ाने के साथ—साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश को जनता तक पहुंचाने का कार्य भी बखूवी कर रही है। हालांकि आरूषि को आगे बढ़ाने के लिए खुद उनके पिता प्रेरणास्रोत्र है। लेकिन आरूषि खुद को साबित करने के लिए संघर्ष कर रही है।
बताते चले कि इंटरनेशनल वुमेन एम्पावरमेन्टसमिट एंड अवाॅर्ड्स की चेयरपर्सन आरूषि निषंक ने 12 फरवरी 2019 को नई दिल्ली के अशोका होटल में आईडब्ल्यूईएस 2019 के इण्डिया चैप्टर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, पेयजल मंत्रालय, युनिसेफ तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रमुख प्रोग्राम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ ने सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धर्मेन्द्र प्रधान व मेनका संजय गांधी रही। जबकि भारत के विभिन्न क्षेत्रों की जानी मानी हस्तियां जिसमें किरण खेर, रवीना टंडन, डायना उप्पल, पीटी उषा, दीपा मलिक, माता श्रीमंगला, बछेन्द्रीपाल,सुषमा सेठ, ईरा सिंघल,लक्ष्मी अग्रवाल आदि शामिल रहे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य था कि महिलाओं से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की जा सके। महिलाओं को अपनी प्रतिभा को पहचानने का मौका मिले ।इंटरनेशनल वुमेन एम्पावरमेन्ट समिट एण्ड अवाॅर्ड्स के इण्डिया चैप्टर में मिहलाओं से जुडे मुद्दे कार्यक्रम का आकर्षण रहे।
इस अवसर पर आरूषि निषंक ने कहा, कि‘‘महिला सक्तीकरण मेरे दिल के बेहद करीब है। इसलिए नहीं कि मैं महिला हूं, बल्कि इसलिए कि एक महिला होने के नाते समाज के प्रति मेरी कुछ ज़िम्मेदारी है। महिलाएं परिवार, कारोबार और किसी भी संगठन में मजबूत नींव की भूमिका निभाती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि वे अपनी क्षमता को समझें। आज के दौर में जब लड़कियों की संख्या बढ़ रही है और विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा, उनकी शिक्षा, आत्मनिर्भरता पर ध्यान देने की ज़रूरत है।’’
आईडब्ल्यूईएस के पहले चैप्टर का आयोजन पिछलेे साल यूएई, दुबई में किया गया था। इसमें 9 देशों से कामयाब महिलाओं ने हिस्सा लिया तथा महिलाओं के लिए एक नीति का गठन किया गया,जिसे बाद में महिला नीतियों के निर्माण में संदर्भ हेतु यूएई एवं भारत सरकार को सौंपा गया।
आरूषि का एक परिचय
आरूषि निशंक एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात कथक नृत्यांगना, उद्यमी, फिल्म निर्माता और कवयित्री हैं। वे पंडित बिरजू महाराज और डाॅ पूर्णिमा पाण्डे की शिष्या हैं। इण्डियन काउन्सिल फाॅर कल्चर रिलेशन्स आईसीसीआर पर पैनलबद्ध कथक कलाकार भी हैं। उत्तराखंड के पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी है। नमामि गंगा और स्पर्श गंगा अभियाान की समर्थक हैं। हिमालयन आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल, देहरादून की प्रबंध निदेशक भी हैं। उन्होंने कई अन्तर्राष्ट्रीय कथक परफोर्मेन्स दिए हैं। लंदन में ‘स्पेशल योगा एण्ड कथक काॅन्सर्ट’, आॅस्ट्रिया में ‘लैक्चररेसाइटल’ इण्डियन फेयर ‘ग्राज़’, जर्मनी में भारतीय शास्त्रीय नृत्य:बेंगालीशनाच्त’ और कनाडा में ‘टोरंटो फेस्टिवल आॅफ इण्डिया’। उन्हें देषविदेष में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है जैसे मार्वलस पर्सनेलिटी अवार्ड,उत्तराखण्ड गौरव सम्मान, मोस्ट आइकोनिक पर्सनेलिटी अवाॅर्ड, दुबई यूथआईकन अवार्ड, स्वयंसिद्ध अवाॅड, अबाईड वुमेन एक्सीलेन्स अवाॅर्ड, अटल स्मृति सम्मान भारतीय संसद द्वारा ।



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