नवीन चौहान
राजभवन पर सांकेतिक धरना निकल रहे पूर्व सीएम हरीश रावत को पुलिस ने बैरियर लगाकर पहले ही रोक दिया। जिसके बाद पूर्व सीएम वहीं सड़क पर अकेले धरना देकर बैठ गए, उन्होंने कहा कि या तो उन्हें 50 मीटर आगे पेड़ के पास धरने पर बैठने की अनुमति दी जाए वरना वो यहीं से जले जाएंगे।
बाद में हरीश रावत को राजभवन से 50 मीटर की दूरी पर बैठने की इजाजत मिली। अकेले धरने पर बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत से मिलने के लिए बाद में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कैप्टन बलबीर सिंह रावत, पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी और गरीमा दसोनी पहुंचे।
बतादें सोमवार की देर शाम पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने फेसबुक पर जारी वीडियों में कहा था कि वे इस सांकेतिक धरने में अकेले ही बैठेंगे। उनका कहना था कि विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
हरीश रावत ने कहा कि सोमवार को वे बैलगाड़ी में भगवान शिव के दर्शन के लिए गए थे। उन्होंने कोरोना महामारी के चलते सभी नियमों का पालन किया, कार्यकर्ताओं ने मास्क लगाया, सैनिटाइजर किया, सोशल डिस्टेंस का पालन किया। फिर भी उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि अब वह कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ वह पेट्रोल पंप पर विरोध जताने पहुंचेंगे।