पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य के लिए तीन विशेष छूट मांगी




उरात्तखंड . पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को देश में जीएसटी लागू होने की तुलना देश की स्वतंत्रता के के उत्सव से करना नागवार गुजरा है। रावत ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बीती आधी रात को हुए जलसे में शामिल न होने वाले राजनीतिक दलों को बधाई देते हुए राज्य के लिए तीन विशेष छूट भी मांगी हैं।

कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया के साथ बातचीत में रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तमाम ऐतिहासिक फैसले हुए हैं। पर कांग्रेस कभी भी उनका वर्तमान सरकार के अंदाज में प्रचार नहीं किया।  रावत ने राज्य सरकार को सुझाव दिया कि वो जीएसटी में राज्य के हितों की रक्षा के लिए तीन छूट दिलाने का प्रयास करे। उरात्तखंड में 50 लाख रुपये सालाना टर्नओवर वाले कारेाबारियों को जीएसटी पंजीकरण में छूट, एक साल तक पंजीकरण न कराने पर व्यापारी को डिफाल्टर घोषित न किया जाए।

केंद्र सरकार ने टैक्स होलीडे में एक्साइज ड्यूटी में 100 फीसदी छूट का लाभ पा रहे उद्योगों को 58 फीसदी तक प्रतिपूर्ति करने की बात कहीं है। बाकी 42 प्रतिशत पर भी तस्वीर जल्द साफ हो जानी चाहिए। वर्ना उद्योग पलायन कर सकते हैँ। रावत ने कहा कि जल्द ही राज्य के हितों को समर्पित ‘जी रयां-जागि रयां’ अभियान शुरू किया जाएगा। इसकी कमान रावत के पुत्र आनंद रावत और मुकेश देवराड़ी को सौंपी गई है। इस मौके पर राजेंद्र शाह, गिरीश चंद्र पुनेड़ा, जसबीर सिंह, राजीव जैन, गरिमा मेहरा दसौनी आदि भी मौजूद रहे।



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