नवीन चौहान
हरिद्वार के प्रसिद्ध डॉक्टर केएन गंभीर ने कोरोना संक्रमण को मात दे दी है। डॉ गंभीर बिलकुल स्वस्थ है और अपने मरीजों की सेवा में जुट गए है। लेकिन डॉ गंभीर को स्वस्थ करने में उनकी धर्म पत्नी आयुर्वेद की जानी मानी चिकित्सक डॉ पूनम गंभीर के अथक प्रयासों की सराहना करना बेहद जरूरी है। उन्होंने बिना घबराए पत्नी धर्म का पालन किया और चिकित्सीय पेशे का सम्मान करते हुए डॉ गंभीर का इलाज किया और स्वस्थ किया।
कनखल जगजीतपुर स्थित आनंदम हॉस्पिटल के स्वामी प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ केएन गंभीर 14 जुलाई को बुखार की समस्या से पीड़ित दिखे। अचानक बड़ी तेजी से कमजोरी दिखाई दी। उनकी धर्मपत्नी आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ पूनम गंभीर ने अपने पति डॉ गंभीर का कोरोना टेस्ट कराया। कोरोना संक्रमण पॉजीटिव पाया गया। जिसके बाद डॉ पूनम गंभीर ने घर पर ही डॉ केएन गंभीर का इलाज शुरू किया। डॉ पूनम गंभीर से कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए आयुर्वेदिक ज्ञान का उपयोग किया। उन्होंने बिना पीपीई किट पहने ही अपने पति की सेवा की। डॉ केएन गंभीर को आयुर्वेदिक काढ़े बनाकर पिलाए। इलाज के दौरान ही डॉ गंभीर की तबीयत अचानक फिर से खराब होने लगी। लेकिन डॉ पूनम ने धैर्य नही खोया और डॉ गंभीर का भी मनोबल बढ़ाती रही। डॉ पूनम ने बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण तैयार करके डॉ गंभीर को देना शुरू किया। उनके स्वास्थ्य में दिन प्रतिदिन परिवर्तन दिखाई देने लगा। अब जब दोबारा कोरोना संक्रमण का टेस्ट कराया गया तो डॉ गंभीर की रिपोर्ट नेगेटिव थी और वह बिलकुल स्वस्थ दिखे। इस दौरान सबसे बड़ी बात ये रही कि अपने पति का इलाज करने के दौरान डॉ पूनम ने खुद भी आयुर्वेदि औषधियों का सेवन किया। लेकिन पीपीई किट का उपयोग नही किया और ना ही संक्रमण से जूझ रहे डॉ गंभीर से दूरी बनाई। डॉ पूनम गंभीर ने बातचीत के दौरान बताया कि कोरोना संक्रमण से घबराने की कोई जरूरत नही है। कोरोना संक्रमित मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़े, आयुर्वेदिक दवाईयां, स्वर्ण भस्म, संजीवनी बटी, गिलोय व तमाम आयुर्वेदिक नुख्शे दिए। जिसके बाद से डॉ गंभीर के स्वास्थ्य में सुधार दिखाई देने लगा। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को घबराने की कतई भी जरूरत नही है।