हॉफ मैराथन से दून को मिलेगी राष्ट्रीय पहचान, जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान
उत्तराखण्ड पुलिस बोर्ड के सचिव अशोक कुमार ने कहाकि 17 दिसम्बर को देहरादून में होनी वाली हाफ मैराथान के “सड़क सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा” थीम को लेकर आयोजित की जाएगी। मैराथन का उद्देश्य शरीरिक स्वस्थता एवं पुलिस व जनता के बीच संबंधों में जागरूकता पैदा करना है। इस मैराथन दौड़ से देहरादून को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है।
बताया कि हर साल सड़क दुर्घटनाओें मे देश में लगभग 1.5 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं, जिससे परिवार और समाज को अपूरणीय नुकसान पहुंचता है, इसलिये प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह यातायात के नियमों का पालन करे और अन्य लोगों को भी जागरूक करे। उत्तराखण्ड राज्य में एक वर्ष में सडक दुर्घटनाओं में लगभग 950 लोगों की मुत्यु तथा लगभग 1600 लोग घायल हुये। आपराधिक घटनाओं से जितनी मृत्यु हो रही है इससे अधिक मृत्यु सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है।
भारतीय संविधान ने महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में समान अधिकार प्रदान किये हैं। एक देश व राष्ट्र तभी उन्नति व प्रगति कर सकता है जब वहां की महिलाएं अपने आपको सुरक्षित महसूस करती हैं और उनके सशक्तिकरण, विकास और सुरक्षा के लिये एक अच्छा वातावरण उत्पन्न किया जाता है। इस बार की हाफ मैराथन में कुल 5 श्रेणियां 21 किमी (ओपन), 21 किमी. (45 वर्ष ़), 7 किमी. (12-18 वर्ष़), 7 किमी. (ओपन), 7 किमी (45वर्ष़) जिसमें निशुल्क पंजीकरण तथा कुल 10,0000 (रुपये दस लाख) आकर्षक पुरस्कार रखे गये हैं। पुरुष एवं महिलाओं धावकों के लिए अलग-अलग श्रेणीयां रखी गयी हैं। इस वर्ष 7 किमी. में प्रथम 100 महिला एवं 100 पुरूषों तथा 100 मास्टर्स (45़) को प्रमाण पत्र, 21 किमी. में प्रत्येक प्रतिभागी को निशुल्क टाईमिंग चिप व प्रमाण पत्र दिए जायेंगे। पूरे परिवार द्वारा प्रतिभाग करने पर और अधिकतम प्रतिभाग करने वाले स्कूल के प्रधनाचार्य को विशेष पुरस्कार भी दिये जाऐंगे। अभी तक लगभग 4700 प्रतिभागियों द्वारा ऑन लाइन अवेदन किया जा चुका है। सम्पूर्ण मैराथन का सोशल मीडिया पर ऑन लाइन प्रसारण भी किया जायेगा। मैराथन पुलिस लाइन्स रेस कोर्स देहरादून से प्रारम्भ होकर यहीं पर समाप्त होगी। मैराथन से पहले स्कूल, कॉलेजों में जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा महिलाओं की सुरक्षा से सम्बन्धित कानूनों के बारे में आम जनता को अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही छात्राओं को का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी क्रम में 25 नवम्बर को सेंट जोसेफ एकेडमी देहरादून में राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा सेमीनीर का आयोजन किया जायेगा, जिसमें विभिन्न स्कूल कॉलेजों, एनजीओ, बस-ऑटो यूनियन तथा आईआईटी रूड़की के प्रोफेसर आदि द्वारा प्रतिभाग कर उत्तराखण्ड प्रदेश की यातायात व्यवस्था पर मंथन किया जायेगा। मुझे विश्वास है कि उत्तराखण्ड पुलिस की मैराथन लोगों का विश्वास जीतने में सफल होगी और अपने उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा करेगी।



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