डीएम खुद पहुंचे क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करने, मौके पर दिए ये निर्देश




हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत ने हरिद्वार-नजीबाबाद को जोड़ने वाले कोटावाली नदी पुल के क्षतिग्रस्त होेने की सूचना मिलते ही एनएच अधिकारियों की मौजूदगी में पुल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने एनएच पुल निर्माण इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर नरेंद्र कुमार से पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारणों के बारे में जानकारी ली। नरेंद्र कुमार ने बताया कि नदि में बने पिलर में विशेष रूप् से बीच के पिलरों पर नदि और बरसात के पानी की चोट से पुल को क्षति पहुंची है। पिलरों पर बने पुल के स्लैबों के बीच 12 सेमी का गैप आ गया है जिसके बढ़ने की सम्भवना है।
जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त पुल को स्थायी से सुरक्षित बनाने से पूर्व प्रथम सुरक्षा उपाय करते हएु एनएच अधिकारियों और इंजीनियरर्स को पुल पर सावधानी सूचक बोर्ड लगाने तथा पुल पर वाहन गति सीमा 10 किमी. प्रति घण्टा के हिसाब से चलाने का बोर्ड पर लगाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पुल के स्थायी समाधान के लिए एन अधिकारियों को कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कार्य शुरू करने की अनुमति के लिए कल जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अनुमति प्राप्त करें और शीघ्र ही पुल मरम्मत का काम शुरू करें। पुल की मरम्मत के लिए देहरादून से उत्तराखण्ड में पुल निर्माण के विशेषज्ञ श्री चंदेली को भी सुबह पुल की स्थिति की विस्तृत जानकारी देने के लिए बुलाया गया है। नदि किनारे रहने वाले परिवारों का भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। डीएम रमेश नाई के घर पहुंचकर डीएम ने नदि के पानी से हुए नुकसान की जानकारी ली। रमेश ने बताया कि वह हरकी पैड़ी पर मुंडन संस्कार कराने का कार्य करता है। कल रात हुई तेज बारिश में उसके घर का सामान और कुछ बत्तखें बह गयी हैं। कच्चे मकान को भी क्षति पहुंची है। जिलाधिकारी ने एसडीएम मनीष कुमार को पीड़ित परिवार को राहत मुआवजा दिये जाने के निर्देश दिये।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *