नवीन चौहान, हरिद्वार। डीएम दीपक रावत ने नक्षत्र वाटिका का निरीक्षण करने के दौरान बड़ी गड़बड़ी पकड़ी है। वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने की तस्दीक की है। कब्जेधारियों की जमीनों की जांच करने के निर्देश दिये गये है। जिसके बाद एक बड़े फर्जीबाड़े का खुलासा होने की संभावना बढ़ गई है। इसके अलावा वन क्षेत्र में ही यूपी के बिजनौर और सहारनपुर के लोगों के अवैध कब्जे होने का भी पता चला है। जिसके चलते 108 परिवारों को नोटिस जारी करने के निर्देश भी डीएम दीपक रावत ने दिये है।
जिलाधिकारी दीपक रावत अपने कार्यो को लेकर पूरी तरह से संजीदा है। विभागीय कार्यो को निबटाने के बाद कुछ समय जनपद का निरीक्षण करने के लिये निकालते है। बिजली चोरी हो या अवैध खनन का खेल उससे परदा उठाने का प्रयास करते है। मंगलवार की शाम को एकाएक डीएम दीपक रावत कनखल क्षेत्र में नक्षत्र वाटिका का निरीक्षण करने पहुंचे। करीब चार किलोमीटर पैदल चलकर वन विभाग की भूमि का निरीक्षण किया। वन भूमि पर अवैध कब्जा देख उन्होंने कब्जाधारियों की कुंडली खंगालनी शुरू की। जांच में कुछ गड़गड़ी होने की आशंका मिली। डीएम दीपक रावत ने तत्काल मौके पर ही सिटी मजिस्टेªट मनीष कुमार सिंह को जमीन के पूरे दस्तावेजों को देखने के बाद रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिये। इसके बाद वह बैरागी कैंप की ओर पहुंच गये। वहां पर भारी तादात में झुग्गी झोपड़ी देखी तो वहां के निवासियों से पूछताछ शुरू कर दी। उक्त सभी लोग यूपी के बिजनौर और सहारनपुर से आकर ठेरा जमाये हुये पाये गये। उक्त लोगों के वोटर कार्ड भी थे। डीएम दीपक रावत ने इन सभी 108 परिवारों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। वही नक्षत्र वाटिका को देखकर डीएम दीपक रावत पूरी तरह प्रसन्न नजर आये। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकसित किया जायेगा। नाम की राशि के अनुसार नक्षत्रों के पेड़ लगाये जायेंगे। स्थानीय लोग भी अपने नक्षत्र के अनुसार पौंधारोपण कर सकते है। निरीक्षण करने के दौरान सिटी मजिस्टेªट मनीष कुमार सिंह, डीएफओ आकाश वर्मा, रैंजर दिनेश कोडियाल, नायाब तहसीलदार चित्र कुमार त्यागी मौजूद रहे।