नवीन चौहान
कोरोना वायरस कोबिड—19 से निबटने की पुरजोश कोशिश कर रहे हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर के सामने 45 दिनों में 500 बेड़ का अस्पताल बनाने की चुनौती है। हालांकि इस अस्पताल के लिए केंद्र सरकार ने पैंसा जारी कर दिया है। डीएम सी रविशंकर अस्पताल को तय वक्त पर पूरा करने के लिए नगर निगम से भूमि हस्तांतरण, भूमि की पैमाइश व अस्पताल का निर्माण करने वाले इंजीनियरों, कांट्रेक्टरों से बातचीत कर अंतिम रूप देने का प्रयास कर रहे है। जिलाधिकारी के अथक प्रयास है कि शीघ्र से शीघ्र अस्पताल के निर्माण कार्य को शुरू करा दिया जाए। जिससे मरीजों को सही वक्त पर इलाज मिल पाए
आपदा की इस घड़ी में एक कुशल प्रशासक के तौर पर जिलाधिकारी सी रविशंकर की कार्यक्षमता में निखार आया है। पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ हरिद्वार की जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने का प्रयास कर रहे है। लॉक डाउन की स्थिति में जनता को जागरूक करने के साथ केंद्र सरकार की तमाम एडवायजरी का पालन सख्ती से करा रहे है। जनता की सामान्य जरूरतों को पूरा किया जा रहा है। बुर्जुगों, बच्चों, बीमारों, गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा गरीब जनता को दोनों वक्त का भोजन समय पर मिले इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। लेकिन सबसे बड़ी जरूरत मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की है। जिसके लिए जिलाधिकारी सी रविशंकर पूरी संजीदगी के साथ लगे है। हरिद्वार नगर निगम के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीएम सी रविशंकर ने बताया कि 500 बेड़ के अस्पताल को बनाने के लिए एक माह का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है तो संभावना है कि 45 दिनों में अस्पताल का कार्य पूरा कर लिया जायेगा।