—डीएम सी रविशंकर लालढांग क्षेत्र को मॉडल विलेज बनाने की कवायद में जुटे
—अधिकारियों ने दिया साथ तो लालढांग के ग्रामीणों को मिलेगी तमाम सुविधाएं
गगन नामदेव
दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नही होता। बस दृढ़ इच्छा शक्ति और शुद्ध अंर्तकरण के साथ कार्य करना होता है। कुछ इसी भावना के साथ जिलाधिकारी सी रविशंकर ने हरिद्वार के अति पिछड़े क्षेत्र लालढांग को मॉडल गांव बनाने की कवायद शुरू कर दी है। उन्होंने बिना पानी पिये छह घंटे तक ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और एक वृहद कार्ययोजना तैयार करके प्रशासनिक अधिकारियों को टास्क सौंप दिया। क्षेत्र में होने वाले तमाम कार्यो की समीक्षा करने के लिए उन्होंने खुद को भी समय सीमा में बांध दिया और 15 जुलाई की तिथि घोषित कर दी। क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा और तमाम समस्याओं का निस्तारण करने के साथ महिलाओं के लिए गांव में सेनेटरी नैपकीन मशीन तक लगाने के आदेश तक जारी कर दिए।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थितियों में अपनी कार्यक्षमता का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनकी सूझबूझ और बेहतर दिशा निर्देशों के चलते हरिद्वार जनपद में कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सका। हरिद्वार की जनता कोरोना संक्रमण की चपेट में नही आ गई। इसका पूरा श्रेय जिलाधिकारी सी रविशंकर और उनके निर्देशों पर कार्य करने वाली प्रशासनिक और पुलिस की टीम पर है। लेकिन इस कोराना संक्रमण काल के कारण जिलाधिकारी सी रविशंकर अपनी क्षमता के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वागीण विकास करने के विजन में नही जुट पाए। वह ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा तक नहीं कर सके और ग्रामीणों की समस्याओं को नजदीक से जान भी नहीं पाए। लेकिन मंगलवार 30 जून 2020 का दिन लालढांग के ग्रामीणों के लिए सुनहरा अवसर था। जब ग्रामीणों ने अपने दिल की पीड़ा जिलाधिकारी को बताई और उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी तत्काल दिए गए। करीब छह घंटे तक जिलाधिकारी सी रविशंकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते रहे। उन्होंने पानी और चाय तक नही ली। सुबह करीब 11 बजे से ग्रामीणों के बीच में बैठकर उनकी समस्याओं को सुनते हुए जिलाधिकारी ने दोपहर का भोजन तक नही किया। शाम करीब पांच बजे जिलाधिकारी ग्रामीणों के बीच से निकले। इस दौरान उनके चेहरे पर ग्रामीणों के लिए कुछ अच्छा करने की चमक दिखलाई दी। उन्होंने बड़े धैर्य के साथ ग्रामीणों को सुना। ग्रामीणों ने भी जिलाधिकारी के जाने के बाद बड़े साहब की प्रशंसा की। बड़े साहब को नजदीक से देखने वाले ग्रामीणों की उम्मीदों को भी मानो पंख लग गए। गांव में प्रशासनिक अधिकारियों के सामने घबराकर जाने वाले ग्रामीण जिलाधिकारी के सामने पूरी तरह बेखौफ दिखाई दिए। ग्रामीण क्षेत्र में एक छोटे से कमरे में जिलाधिकारी सी रविशंकर का जनता दरबार लालढांग क्षेत्र के विकास के लिए याद किया जाता रहेगा।