डीएम ने सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि रोकने की कार्य योजना की ली जानकारी




नवीन चौहान
हरिद्वार। जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में ली। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने तथा दुर्घटना होने पर जनहानि को रोकने के लिए समिति की कार्य योजना की जानकारी ली। उन्होंने हेलमेट, सीट बेल्ट का पालन कराने के लिए की गयी प्रवर्तन कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रवृतन प्रभावी होने से लोग अवश्य ही पालन भी करते हैं। इसलिए चालान प्रक्रिया में तेजी लायी जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि परिवहन पुलिस तथा समस्त संबंधित विभाग सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा विभाग को साथ जोड़ते हुए दुर्घटना प्रवृत्त ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जागरूकता अभियानों को प्रभावी तथा व्यापक बनायें। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों को सोशल मीडिया की मदद से जागरूक करेें। ग्रामीण क्षेत्रो में परिवहन विभाग द्वारा प्रभावी ढंग से सड़क सुरक्षा सप्ताह आयोजित किये जाये।
उन्होंने जनपद में घटित सड़क दुर्घटनाओं, मृतकों एवं घायलों का क्रमिक तुलनात्मक विवरण परिवहन तथा पुलिस विभाग से जाना। जनपद में दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों (ब्लैक स्पोट) का चिन्हिकरण कर इन स्थानों को सुरक्षित बनाये जाने के लिए किये गये उपायों की समीक्षा की। डीएम ने सड़क निर्माण सभी संस्थाओं से लघु अवधि में किये जाने वाले सुरक्षा उपायों को वर्तमान कार्यो को देखते हुए अति आवश्यक बताया। इन सभी कार्यो का भी विभाग संयुक्त निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। जो भी निर्माण/विकास कार्य जनपद में गतिमान हैं उनके साथ-साथ यह भी सुनिश्चि करना होगा कि सडकें लोगों के यातायात लायक बनी रहें सड़कों को दुर्घटना स्थल न बनने दिया जाये। लोक निर्माण विभाग अपने दुर्घटना सम्भावित मार्गो पर साइन बोर्ड अनिवार्य रूप् से लगाये।
डीएम ने परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण, एनएचआई के अधिकारियों को दिये। चिन्हित ब्लेक स्पाॅट का संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि यहां संयुक्त निर्णय कर जो आवश्यक हैं वह सुरक्षा उपाय कर लिये जायें। हाईवे निर्माण कर रही संस्थायें कार्य समाप्ति से पूर्व अपने मार्गो का सेफ्टि आडिट भी दिखाये।
खनन वाहनों के सड़क दुर्घटना में पकड़े जाने पर प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाये। सड़कों पर क्रैश बैरियर, सूचना संकेत बोर्ड, ट्रैफिक कामिंग उपायों के क्रियान्वयन का समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण एवं अनुश्रवण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सोलेशियम स्कीम एवं दुर्घटना राहत कोष के क्रियान्वयन की समीक्षा की तथा इन योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि को नियमानुसार त्वरित रूप से प्रदान करने के निर्देश दिये। साथ ही दुर्घटना मंे घायलों को त्वरित उपचार के लिए एनएच और स्वास्थ्य विभाग की एम्बलेंस तैनात करने के लिए दुर्घटना सम्भावित स्थानों को चिन्हित कर एंबुलेंस अवस्थित किये जाने के भी निर्देश दिये।
बैठक में एसपी ट्रेफिक आयुष अग्रवाल, एआरटीओ प्रवर्तन सुरेंद्र कुमार, एआरटीओ प्रशासन मनीष तिवारी, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता दीपक कुमार, एलओ एनएचएआई अतुल शर्मा सहित अन्य विभागों के आदि के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।



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