नवीन चौहान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशों और जिलाधिकारी सी रविशंकर की सख्ती के बाद से हरिद्वार में काफी हद तक कालाबाजारी पर अंकुश लगा है। दुकानदारों को मनमाफिक दाम वसूलने में घबराहट हो रही है। जिसके चलते ग्राहकों को थोड़ी राहत महसूस जरूर हुई है। संकट की इस घड़ी में दुकानदारों की कालाबाजारी को संगीन अपराध माना जायेगा। ऐसे सभी दुकानदारों को चिंहित कर प्रशासन सख्ती से निबटने की तैयारी कर रहा है।
बताते चले कि पूरा भारत संकट की घड़ी में है। मनुष्य को जिंदा रखने के अथक प्रयास किए जा रहे है। चीन से फैला कोराना वायरस ने भारत को अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना फैलते हुए उत्तराखंड में प्रवेश कर गया। उत्तराखंड में कोरोना संदिग्ध मरीज पाए गए। इस कोरोना के फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार के आदेशों पर उत्तराखंड सरकार ने पूरे प्रदेश को लाक डाउन किया है। सभी नागरिकों को घर में बंद रहने की सलाह दी गई है। जन मानस की तमाम जरूरी चीजों की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन ग्राहकों की संचय करने की आदत ने दुकानदारों को कालाबाजारी करने पर आमादा कर दिया। दुकानदारों ने कालाबाजारी शुरू कर दी। मनमाफिक पैंसा वसूलने लगे। जनता की इस समस्या पर सरकार ने सख्ती से कदम उठाया। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने समस्त जिलाधिकारियों को ऐसे कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों को चिंहित करने के निर्देश दिए और मुकदमे की कार्रवाई अमल में लाने के आदेश दिए। हरिद्वार जिले की बात करें तो सीएम के निर्देशों के अनुपालन के क्रम में जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कालाबाजारी पर काफी हद तक अंकुश लगाने में सफलता पाई है। सब्जी वाले दुकानदार और राशन डीलर अपनी खाल में सिमट गए है। ऐसे कठिन वक्त में जिलाधिकारी सी रविशंकर की सजगता और कर्तव्यनिष्ठा मानव जीवन को सुरक्षित रखने में महती भूमिका अदा करेंगी।