नवीन चौहान
उत्तराखंड के प्रोफेसरों ने एक दिन का वेतन कटौती कर राज्य सरकार को दस लाख रूपये की मदद की है। जिससे किताबे खरीदी गई है। इसके अलावा राज्य सरकार उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए अभिनव प्रयोग कर रही है। उक्त बात उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पीएनजी महाविद्यालय में रूसा योजना के अन्तर्गत नवनिर्मित पुस्तकालय भवन का लोकापर्ण अवसर के दौरान कही।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धनसिह रावत ने पीएनजी महाविद्यालय में वैदिक मंत्रोचारण के साथ पुस्तालय का लोकापर्ण किया इसी के साथ महाविद्यालय में निवनिर्मित शौर्य दीवार का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुदृण करने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रदेश मे नये महाविद्यालय खोले जा रहे है। विद्यार्थियों को सुविधाजनक पढाई के लिए अवस्थापना सुविधाओं की बढोत्तरी की जा रही है। पुस्तक दान अभियान में विधायक, प्रोफेसरोें का अहम योगदान रहा है। उत्तराखण्ड के प्रोफेसरों ने एक दिन का वेतन कटौती से 10 लाख रूपये किताबों के लिए दान स्वरूप दिया है।
डॉ रावत ने कहा कि प्रदेश में 18 नये कॉलेज बनाए गए है। लोक सेवा आयोग के माध्यम से प्राचार्य की नियुक्ति होने तक प्रवक्ता यूजीसी मान्यता के आधार पर रिक्त पदो के सापेक्ष स्थानीय प्रवक्ता की नियुक्त कर सकते है। इसके अलावा उन्होने तृतीय श्रेणी के 412 रिक्त पदो के प्रस्ताव शासन को शीघ्र भेजने के निर्देश दिये ताकि उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा इन पदों पर नियुक्ति की जा सके। उन्होने कहा नये कालेजों में फर्नीचर, रखरखाव, शौचालय आदि के लिए उच्च शिक्षा निदेशक को 25 लाख रूपये की धनराशि स्वयं के स्तर से जारी करने के निर्देश दिये। कार्यक्रम मे विधायक दीवान सिह बिष्ट भी मौजूद थे।
कार्यक्रम मे अध्यक्ष दुग्ध संघ मुकेश बोरा, अध्यक्ष छात्रसंघ जितेन्द्र रावत,भागीरथ लाल चौधरी, सत्य प्रकाश, नरेन्द्र शर्मा, भावना भटट, नवीन करगेती, भुपेन्द्र खाती, मदन जोशी, जगमोहन बिष्ट, मनोज रावत, मनमोहन सिह बिष्ट, कपिल रावत, चन्द्र बिष्ट, नदीम अख्तर, उपजिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी,प्रधानाचार्य हेमा प्रसाद के अलावा महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।