सोनी चौहान
डीजीएलओ अशोक कुमार ने अभियोजन में गुणवत्ता लाने एवं अभियोजन अधिकारियों की कार्यक्षमता बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में शनिवार 8 फरवरी 2020 को पुलिस मुख्यालय सभागार में सम्पूर्ण प्रदेश के अभियोजन अधिकारियों की एक बैठक ली और एक कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें कानून से सम्बन्धित जानकारियां दी गयी।
अशोक कुमार ने सभी अधिकारियों को सजा का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिये और कहा कि अभियोजन की लापरवाही की वजह से गम्भीर प्रकार के अपराधों में कोई अभियुक्त रिहा न होने पाये ऐसा सुनिश्चित करना होगा।
अशोक कुमार ने सभी अभियोजन अधिकारियों को निम्न बिन्दुओं पर निर्देश दिये गयेः-
1. पेशेवर अपराधों जैसे चोरी, लूट, नक्बजनी एवं गैंगस्टर की पैरवी माननीय न्यायालय मे सही प्रकार से की जाये।
2. अधिक से अधिक मामलों में माननीय न्यायालयों में अपील की जाये। मुकदमें छूटने पर अपील जरुर दायर हो।
3. मालखानों में लम्बित पड़े माल मुकदमाती का निस्तारण अधिक से अधिक किया जाये।
4. सदर मालखाने की साफ सफाई की जाये। तथा मालों के निस्तारण हेतु विशेष अभियान चलाया जाये।
5. सजा का प्रतिशत बढ़ाया जाये।
6. न्यायालयों में लम्बित पुराने वादों के निस्तारण को वरयिता दी जाये।
7. अभियोजन विभाग के जनपद प्रभारियों की त्रैमासिक बैठक लिए जाने का निर्णय लिया गया।
8. जनपदों में अभियोजन का ढांचा बढ़ाने हेतु शासन से पत्राचार किये जाने का निर्णय लिया गया।
9. ई-प्रोसीक्यूशन की कार्यवाही में तेजी लाये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
अशोक कुमार ने सभी जनपदों के अधिकारियों द्वारा अभियोजित किये गये मामलों में विस्तार से चर्चा की व उनके कार्यों का मूल्यांकन कर निर्देश दिये। कि अभियोजन की ओर से किसी भी मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। जनपद उत्तरकाशी में अभियोजन कार्य अच्छा करने के लिए जनपद के अभियोजन प्रभारी को प्रशस्ति पत्र दिये जाने की घोषणा की तथा जनपद देहरादून में तैनात सहायक अभियोजन अधिकारी यशदीप श्रीवास्तव को उनके द्वारा किये गये अच्छे अभियोजन कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र दिये जाने की घोषणा की। अल्मोड़ा में अभियोजकों का सजा का प्रतिशत कम होने के कारण उनके विरुद्ध जांच की संस्तुति की गयी। जिन अधिकारियों का सजा का प्रतिशत कम था, उन्हें सजा का प्रतिशत बढ़ाने की सख्त हिदायत दी गयी।
इस अवसर पर हरि विनोद जोशी, अपर निदेशक (विधि), अभियोजन निदेशालय के अतिरिक्त जनपद देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनिताल, सीआईडी एवं अभियोजन मुख्यालय के संयुक्त निदेशक विधि सहित सभी जनपदों के अधिकारी उपस्थित रहे।