आदेशों को धता जता कार्तिक पूर्णिमा स्नान से पूर्व हरिद्वार में भारी संख्या में पहुंचे स्ना​नार्थी, देखें वीडियो





जोगेंद्र मावी
कार्तिक पूर्णिमा स्नान से एक दिन पूर्व हरिद्वार में गंगा स्नान करने लिए भारी संख्या में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु पहुंच गए। हरकी पैड़ी पर तिल रखने की जगह शेष नहीं बची। हरकी पैड़ी समेत आसपास के गंगा घाटों पर हरिद्वार के साथ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के स्नानार्थियों की भारी भीड़ रही।
देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते हुए उत्तर प्रदेश के बृजघाट के साथ हरिद्वार में भी कार्तिक पूर्णिमा पूर्णिमा को स्थगित कर दिया। हालांकि हापुड़ जिले में तो धारा 144 को 25 से 30 नवंबर तक लगा दिया था। हापुड़ में तो दो से अधिक व्यक्ति एक स्थान पर ठहर भी नहीं सकते। हरिद्वार जिला प्रशासन के आदेश पर प्रदेश के सभी बार्डर पर स्ना​नार्थियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग के साथ अन्य इंतजाम करने शुरू कर दिए। हालांकि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को स्थगित करने पर हरिद्वार के पुरोहित, संत और व्यापारी नेता विरोध कर रहे थे। लेकिन कार्तिक पूर्णिका के एक दिन पहले हरिद्वार में पहुंचे स्नानार्थियों की भीड़ ने सभी दावे खारिज कर दिए। बॉर्डर पर पहले दिन नाममात्र की चेकिंग की गई। हरिद्वार की सड़कों से लेकर गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भारी भीड़ रही। हालांकि पुलिस भी हरकी पैड़ी पर रहीं, लेकिन लोगों के पहुंचने पर सभी व्यवस्था धरी की धरी रह गई। बाजारों में रौनक रही। दुकानों के साथ रेस्टोरेंट पर स्नानार्थियों ने भोजन किया।
30 नवंबर—2020 को रहेगी पूरी रोक
कार्तिक पूर्णिमा के दिन 30 नवंबर को हरकी पैड़ी के साथ अन्य गंगा घाटों को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। रोडीबेलवाला मैदान से नीचे गंगा की ओर किसी भी वाहन या स्नानार्थियों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। बता दें कि जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कार्तिक पूर्णिमा के स्थगित करने का आदेश चार दिन पहले ही जारी कर दिया था। अब सोमवार को होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर सभी की नजर है।



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