डीएवी की परी ने बेजिटेबल आभूषण प्रस्तुति प्रतियोगिता में मारी बाजी, जानिये पूरी खबर




नवीन चौहान,

डीएवी सेंटनरी पब्लिक स्कूल में कक्षा पांच और कक्षा छह के बच्चों की बेजिटेबल आभूषण प्रस्तुति प्रतियोगिता आयोजित की गई। बच्चों ने सब्जियों के आभूषणों की खूबसूरत प्रस्तुति दी । मानव जीवन में सब्जियों की उपयोगिता और उसके सेवन से शरीर में होने वाले लाभदायक पहलुओं को भी विस्तार से समझाया। स्कूल के निर्णायक मंडल ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान दिया गया। जबकि करीब आठ बच्चों को सांत्वना पुरस्कार के लिये चयनित किया गया। कक्षा पांच की परी ने प्रथम, चेतन एवं दिव्यांशी ने द्वितीय और सृष्टि व सौम्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि कक्षा छह में कृष अग्रवाल एवं सिमरन प्रथम, अलंकृति द्वितीय व सृष्टि एवं सौम्या तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में सभी बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया। कक्षा पांच के प्रवीण एवं चारू तथा कक्षा छह की वंशिका खन्ना, जाहनवी, श्रीजा, देवांश और सान्या को सांत्वना पुरस्कार के लिये चयनित किया गया। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने सब्जी प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा की और बच्चों की शानदार परमारमेंस के लिये बधाई दी।IMG_20171110_110255 (1)

डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित के मार्ग दर्शन में स्कूल प्रागंण में कक्षा पांच और कक्षा छह के विद्यार्थियों की बेजिटेबल आभूषण प्रतियोगिता कराई गई। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शिक्षिका पूनम गक्खड रही। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार की सब्जियों  के आभूषण की वेशभूषा धारण की हुई थी। लड़कियों और लड़कों ने निर्णायक मंडल और स्कूल के बच्चों के सामने सब्जियों के आभूषण का प्रदर्शन किया। इन सब्जियों की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। एक के बाद एक विद्यार्थियों ने शानदार प्रस्तुति दी। निर्णायक मंडल ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के बौद्धिक ज्ञान की पूरी परीक्षा ली। जिसके बाद विजेताओं के नामों की सूची तैयार की गई। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने विजेताओं के नामों की घोषणा करते हुये कहा कि सभी विद्यार्थियों ने बहुत शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की लगन और मेहनत से ही स्कूल का नाम रोशन होता है। जो विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ खेल और बौद्धिक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते है। उनके अंदर मुकाबलों को जीतने का जज्बा पैदा होता है। इन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थी ही वास्तविक जीवन में सफलता का मुकाम हासिल करते है। उन्होंने कहा कि विजेता उप विजेता और सांत्वना पुरस्कार हमारी प्रतियोगिता की तैयारियों को दर्शाता है। इन प्रतियोगिताओं में असफल रहने वाले विद्याथियों को अगली प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती मिलती है। चुनौतियों को स्वीकार कर मुकाबला जीतने वाले विद्यार्थी ही वास्तविक विद्यार्थी होते है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया।IMG_20171110_110818
बच्चों के आत्मविश्वास को बढाती है प्रतियोगिता
बेजिटेबल प्रतियोगिता में आलू, मिर्च, टमाटर, फूल गोभी, नीबू, खीरा, बैंगन, पत्ता गोभी, मूली, शलजम, प्याज, केले, सीताफल सहित सभी प्रकार की सब्जियों को विद्यार्थियों ने बहुत ही खूबसूरत तरीके से अपने शरीर पर सजाकर मंच पर प्रस्तुति दी। सब्जी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थी आत्मविश्वास से लबरेज दिखाई दिये। मंच पर सब्जियों की उपयोगिता को बताने के दौरान विद्यार्थियों का आत्मविश्वास साफ झलका। खुद प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित सब्जी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के आत्मविश्वास से प्रभावित हो गये। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुये कहा कि स्कूलों में इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को परखने के लिये किया जाता है।



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